विधानसभा की जिन 31 सीटों के लिए उपचुनाव हुए, उनमें 28 विधायकों के लोकसभा सांसद बनने से खाली हुईं, दो सीटों पर विधायक की असमय मौत और एक सीट पर दल बदलने के कारण उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से 18 सीटें विपक्ष और 11 सीटें एनडीए के पास थीं। झारखंड में चुनाव की सबसे सुंदर तस्वीर नक्सल प्रभावित इलाकों दिखी। नक्सलियों की धमकी के बावजूद मतदान के लिए लोगों की कतार लगी। मनोहरपुर के जगन्नाथपुर के सोनापी में नक्सलियों ने बैनर लगाकर वोट बहिष्कार की धमकी दी थी। नक्सलियों के गढ़ रहे गढ़वा के हेसातु में भी मतदान के लिए लोग उमड़े।