दरअसल राजधानी कोरोना के दैनिक मामलों में तो गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन डेंगू का डंक लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। लोगों का मानना है कि उनके परिवार या करीबियों को डेंगू का सामना करना पड़ा है।
यह भी पढ़ेँः Delhi Air Pollution: राजधानी में गहरा रहा सांसों का संकट, AQI बजा रहा खतरे की घंटी, अगले दो दिन और बढ़ेंगी परेशानी अगस्त के बीच से, दिल्ली-एनसीआर के कई निवासियों ने ‘लोकल सर्किल्स’ पर उनके परिवार में किसी न किसी को तेज बुखार, थकान और जोड़ों में दर्द जैसे डेंगू के लक्षण होने की जानकारी दी।
आकंड़ों पर एक नजर
– 15000 प्रतिक्रियाएं सर्वे में मिलीं
– 57 फीसदी गाजियाबाद से
– 45 प्रतिशत राजधानी दिल्ली से
– 44 प्रतिशत नोएडा
– 40 प्रतिशत डेंगू के मामले फरीदाबाद से
– 29 फीसदी लोग साइबर सिटी गुरुग्राम से
– 15000 प्रतिक्रियाएं सर्वे में मिलीं
– 57 फीसदी गाजियाबाद से
– 45 प्रतिशत राजधानी दिल्ली से
– 44 प्रतिशत नोएडा
– 40 प्रतिशत डेंगू के मामले फरीदाबाद से
– 29 फीसदी लोग साइबर सिटी गुरुग्राम से
सर्वे में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर के 10 प्रतिशत लोगों के परिवार या उनके करीबियों में से चार या उससे अधिक लोगों को डेंगू था। दिल्ली-एनसीआर के 53 फीसदी निवासियों में से ज्यादातर ने कहा कि उनके आसपास कोई भी संक्रमित नहीं हुआ है और तीन प्रतिशत ने कहा कि वे इसके बारे में कुछ कह नहीं सकते। लगभग 43 फीसदी लोगों ने कहा कि उनके परिवार में या उनका कोई करीबी इस साल डेंगू की चपेट में आया है।
यह भी पढ़ेँः Coronavirus ने फिर बढ़ाई चिंता, 24 घंटे में 500 से ज्यादा मौत, जानिए किन राज्यों में बढ़ रहे मरीज ‘लोकल सर्किल्स’ के संस्थापक सचिन तपारिया के मुताबिक लोकल सर्किल्स ने पिछले छह हफ्ते से लगातार ब्लड प्लेटलेट के अनुरोधों में 100 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी।
सर्वे में पाया गया कि डेंगू से केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि एनसीआर भी बुरी तरह प्रभावित है। यह प्रसार को नियंत्रित करने और कम करने के साथ-साथ अतिरिक्त स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के लिए अधिकारियों के तत्काल हस्तक्षेप का भी सुझाव देता है।