पीड़ितों ने अधिकारी पर लगाए ये गंभीर आरोप
अधिकारियों ने बताया कि बाकी 18 लड़कियों को प्रारंभिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पीड़ितों ने दावा किया कि अधिकारी लंबे समय से पौष्टिक भोजन नहीं दे रहे हैं। भोजपुर के जिला मजिस्ट्रेट और जिला शिक्षा अधिकारी के समक्ष एक शिकायत में उन्होंने कहा कि यहां तक कि जिन महिलाओं पर भोजन पकाने की जिम्मेदारी है, वे भी कभी-कभी आधा पका हुआ भोजन बना देती हैं।
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जानिए छात्रावास वार्डन ने क्या कहा
हालांकि, छात्रावास वार्डन विजेता कुमारी ने कहा कि भोजन की तैयारी के दौरान, गैस स्टोव ठीक से काम नहीं कर रहा था। इसलिए, छात्रों को परोसे जाने से पहले भोजन को ठीक से पकाया नहीं जा सका। मामला सामने आने के बाद आलाधिकारी हरकत में आए और अब मामले की जांच की जाएगी।