सरकार ने बनाई उच्चस्तीय कमेटी
इस बीच पड़ोसी देश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के मद्देनजर केंद्र सरकार ने सीमा पर मौजूदा स्थिति की निगरानी के लिए उच्च स्तरीय समिति गठित की है। गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा, समिति बांग्लादेश में अपने समकक्ष अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए रखेगी, ताकि वहां रहने वाले भारतीय नागरिकों, हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। समिति की अध्यक्षता बीएसएफ की पूर्वी कमान के एडीजी (अतिरिक्त महानिदेशक) करेंगे।
तो आपसी सहयोग मुश्किल होगा : बीएनपी
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत में शरण लेने पर पूर्व पीएम खालिदा जिया की पार्टी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने नाराजगी जाहिर की है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री गायेश्वर रॉय ने कहा कि बीएनपी बांग्लादेश और भारत के बीच आपसी सहयोग का समर्थन करती है। हालांकि, अगर आप हमारे दुश्मन की मदद करते हैं तो उस आपसी सहयोग का सम्मान करना मुश्किल हो जाता है। उधर हसीना के बेटे साजिब वाजेद जॉय ने मां के ब्रिटेन में शरण मांगने या उनका अमरीका की ओर से वीजा रद्द होने की अफवाहों को भी खारिज कर दिया।
हैडिंग की आलोचना, बदलना पड़ा
अमरीकी समाचार पत्र न्यूयॉर्क टाइम्स को एक खबर के शीर्षक को लेकर ऑनलाइन कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा, जिसमें यह कहा गया था कि बांग्लादेशी हिंदुओं पर शेख हसीना का समर्थन करने के कारण ‘बदला’ लेने के लिए हमले किए जा रहे हैं। मूल शीर्षक था ‘प्रधानमंत्री के जाने के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर बदला लेने के लिए हमले’। तीखी आलोचना होने के बाद अखबार ने ऑनलाइन हैडिंग को बदलकर ‘प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले।”कर लिया। इससे ‘बदला’ शब्द हटा दिया गया।
संयुक्त राष्ट्र ने चिंता जताई
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए पर संयुक्त राष्ट्र ने चिंता व्यक्त की है। संयुक्त राष्ट्र ने कहा, हम नस्लीय आधार पर होने वाले हमलों, हिंसा को बढ़ावा देने के खिलाफ हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा, ‘हम निश्चित रूप से बांग्लादेश की सरकार और लोगों को हर उस तरह से समर्थन देने के लिए तैयार हैं, जो वे आवश्यक समझें।’