1. अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ
अविश्वास प्रस्ताव के दौरान जवाब देते हुए पीएम मोदी बोले- ‘देश की जनता ने हमारी सरकार के प्रति बार-बार विश्वास जताया है। इसके लिए देश की जनता का आभार। कहते हैं भगवान बहुत दयालू है। वह किसी ना किसी माध्यम से इच्छाओं की पूर्ति करता है। मैं भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर ने विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाने का सुझाव दिया। 2018 में भी ये ईश्वर का आदेश था कि विपक्ष ऐसा प्रस्ताव लेकर आए थे। प्रस्ताव हमारी सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं, ये विपक्ष का ही फ्लोर टेस्ट है। एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है।’
2. विपक्ष ने मेहनत नहीं की
विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर तंज कसते हुए पीएम बोले- “अविश्वास प्रस्ताव पर विपक्ष ने सही से चर्चा नहीं की। मोदी बोले कि फील्डिंग विपक्ष ने लगाई, चौके-छक्के यहीं से (सरकार की तरफ से) लगे। विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव पर नो बॉल-नो बॉल कर रहा है। जबकि सरकार की तरफ से सेंचुरी लगाई जा रही हैं। मैं विपक्ष से कहना चाहूंगा कि थोड़ी मेहनत करके आएं। अपने में थोड़ा बदलाव लाएं। आपसे 2018 में कहा था कि मेहनत करके आएं लेकिन पांच साल में भी कुछ नहीं बदला।
3. 2024 में सारे रिकॉर्ड तोड़ेंगे
पीएम मोदी ने कहा कि एक तरह से विपक्ष का अविश्वास हमारे लिए हमेशा भाग्यशाली रहा है। आज, मैं देख सकता हूं कि विपक्ष तय कर लिया है कि NDA और BJP जनता के आशीर्वाद से 2024 के चुनावों में शानदार जीत के साथ वापस आएंगे, पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देंगे।
4. भारत की छवि पर दाग लगाने की हो रही कोशिश
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी बोले- “हमने भारत के युवाओं को घोटालों से रहित सरकार दी है। हमने दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को सुधारा है। इसे फिर एक बार फिर नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। विपक्ष के नेता कोशिश में लगे हैं कि भारत के छवि में किसी तरह दाग लग जाए लेकिन दुनिया को भारत पर विश्वास बढ़ता जा रहा है। विश्व में समकूल वातावरण के बीच विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव की आड़ में जनता के विश्वास को तोड़ने की विफल कोशिश की है। विपक्ष इस वक्त भारत से जुड़ी कोई अच्छी बात सुन नहीं सकता।
5. विपक्ष को भारत की सेना नहीं दुश्मन के दावों पर भरोसा
मोदी ने कहा “हमारी सरकार जो भी योजना लाई उसका कांग्रेस और सहयोगी पार्टियों ने मजाक उड़ाया। कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों को भारत और उसके सामर्थ्य पर कभी भरोसा नहीं रहा। जैसे पाकिस्तान सीमा पर हमले करता था। आतंकवादी भेजता था और सब करके मुकर जाता था। कांग्रेस को पाकिस्तान से ऐसा प्रेम था कि उसकी बात पर भरोसा हो जाता था। कांग्रेस को कश्मीर के आम लोगों पर नहीं हुर्रियत पर विश्वास था। भारत ने आतंकवाद पर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक लेकिन इनको भारत की सेना नहीं दुश्मन के दावों पर भरोसा था। आज कोई भी भारत के लिए अपशब्द बोलता है तो इनको उसपर तुरंत विश्वास हो जाता है। इनको भारत को बदनाम करने में मजा आता है। कांग्रेस को भारत की कोरोना वैक्सीन पर भी विश्वास नहीं था। अब देश की जनता को कांग्रेस में अविश्वास है, उसपर भरोसा नहीं है।”
6. ‘ये INDIA नहीं घमंडिया गठबंधन, हर कोई दूल्हा बनना चाहता है…’
पीएम मोदी बोले “ये INDIA गठबंधन नहीं, घमंडिया गठबंधन है। इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है। हर कोई पीएम बनना चाहता है। इस गठबंधन ने ये भी नहीं सोचा कि किस राज्य में आपका किससे कैसा कनेक्शन है। बंगाल में आप TMC और कम्यूनिस्ट पार्टी के खिलाफ हैं। दिल्ली में साथ हो गए। केरल के वायनाड में जिन लोगों ने कांग्रेस के दफ्तर में तोड़फोड़ की, उसके साथ दिल्ली में इन्होंने हाथ मिला लिया। बाहर से लेबल तो बदल लेंगे लेकिन पुराने पापों का क्या होगा? आप जनता से ये पाप नहीं छिपा सकते। अभी हालात ऐसे हैं तो हाथों में हाथ हैं, जहां हालात बदले तो छुरियां निकल जाएंगी।”
7. मणिपुर में शांति का सूरज जरूर उगेगा
अविश्वास प्रस्ताव पर जब मोदी भाषण दे रहे थे तब बीच में विपक्षी नेताओं ने सदन से वॉकआउट किया। विपक्षी पार्टियों का कहना था कि पीएम मणिपुर पर नहीं बोल रहे हैं। इसके बाद मोदी ने कहा- “लोकतंत्र में जिनका भरोसा नहीं होता है वो सुनाने को तैयार होते हैं लेकिन सुनने को तैयार नहीं होते। वे झूठ फैलाकर भाग जाते हैं। इसके तुरंत बाद मोदी ने मणिपुर पर बोलना शुरू किया। उन्होंने कहा- “अगर विपक्ष ने गृह मंत्री की चर्चा पर सहमति जताई होती तो लंबी चर्चा हो सकती थी। अगर सिर्फ मणिपुर पर चर्चा की बात थी गृहमंत्री ने पत्र लिखकर कहा था लेकिन विपक्ष का इरादा चर्चा का नहीं था। इनके पेट में दर्द था लेकिन फोड़ सिर रहे थे।
मोदी ने आगे कहा “मणिपुर की स्थिति पर गृह मंत्री ने विस्तार से बताया था। लेकिन विपक्ष को राजनीति के सिवाय कुछ नहीं करना है। मणिपुर में एक अदालत का फैसला आया। उसके पक्ष-विपक्ष में परिस्थिति बनी और हिंसा का दौर शुरू हुआ। कई लोगों ने अपनों को खोया, महिलाओं के साथ अपराध हुआ। दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार काम कर रही है। देश भरोसा रखे, मणिपुर में शांति का सूरज जरूर उगेगा। मणिपुर के लोगों से भी कहना चाहता हूं कि देश आपके साथ है, हम आपके साथ हैं।”
8. राहुल गांधी पर इस अंदाज में तंज कसा
अपने भाषण के दौरान राहुल गांधी पर इशारों-इशारों में उन्होंने कहा- यहां दिल से बात करने की बात कही गई थी, लेकिन उनके (राहुल गांधी) दिमाग की हालत क्या है ये देश लंबे समय से जानता है। कटाक्ष में एक पंक्ति डूबने वाले को तिनके का सहारा ही बहुत, दिल बहल जाए तो इतना इशारा ही बहुत, इतने पर भी आसमान वाला गिरा दे बिजलियां, कोई बतला दे जरा, डूबता फिर क्या करे।
9. भारत के योगदान पर विश्व को भरोसा
पीएम मोदी ने कहा ‘हमने दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को संभाला है और उसे फिर एक बार नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं, अभी भी कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं दुनिया में हमारी साख को दाग लग जाए लेकिन दुनिया अब देश को जान चुकी, भारत के योगदान पर विश्व का भरोसा बढ़ता चला जा रहा है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के लोगों को एक रहस्यमयी वरदान मिला हुआ है, जिसका भी ये लोग बुरा चाहेंगे उसका भला ही होगा।’
10. पहले भी आया था NDA सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्तावः पीएम मोदी
पीएम ने इस दौरान विपक्ष द्वारा पहले की सरकारों के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा ‘साल 1999 में वाजपेयी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आया। इस दौरान शरद पवार उस समय विपक्ष का नेतृत्व कर रहे थे, उन्होंने डिबेट का नेतृत्व किया। वहीं, साल 2003 में अटल जी की सरकार के समय सोनिया गांधी विपक्ष की नेता थीं, उन्होंने विस्तार से अविश्वास प्रस्ताव रखा, जबकि साल 2018 में खरगे जी विपक्ष के नेता थे, उन्होंने विषय को आगे बढ़ाया।’