1. पीएम मोदी ने चरैवेति चरैवेति-चरैवेति यानी चलते रहो-चलते रहो-चलते रहो की बात कही। उन्होंने कहा कि आज हम इसी चरैवेति-चरैवेति की भावना के साथ ‘मन की बात’का 100वां एपिसोड पूरा कर रहे हैं। हर एपिसोड में देशवासियों के सेवा और सामर्थ्य ने दूसरों को प्रेरणा दी है। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एक तरह से ‘मन की बात’ का हर एपिसोड अगले एपिसोड के लिए जमीन तैयार करता है। ‘मन की बात’ हमेशा सद्भावना, सेवा-भावना से ही आगे बढ़ा है।
2. मेरा अटूट विश्वास है कि सामूहिक प्रयास से बड़े से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है। इस साल हम जहां आजादी के अमृतकाल में आगे बढ़ रहे हैं। वहीं जी-20 की अध्यक्षता भी कर रहे हैं। यह भी एक वजह है कि एजुकेशन के साथ-साथ डाइवर्स ग्लोबल कल्चर्स को समृद्ध करने के लिए हमारा संकल्प और मजबूत हुआ है।
3. हमने स्वच्छ सियाचिन, सिंगल यूज प्लास्टिक और ई-वेस्ट जैसे गंभीर विषयों पर भी लगातार बात की है। आज पूरी दुनिया पर्यावरण के जिस मुद्दे को लेकर इतना परेशान है, उसके समाधान में मन की बात के प्रयास बहुत अहम है।
4. पीएम मोदी ने कहा, ‘मन की बात ने मुझे कभी आपसे दूर नहीं होने दिया। मुझे याद है जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था,तो वहां सामान्य जन से मिलना-जुलना स्वाभाविक रूप से हो ही जाता था, लेकिन 2014 में दिल्ली आने के बाद मैंने पाया कि यहाँ का जीवन तो बहुत ही अलग है। पचासों साल पहले मैंने अपना घर इसलिए नहीं छोड़ा था कि एक दिन अपने ही देश के लोगों से संपर्क ही मुश्किल हो जायेगा। जो देशवासी मेरा सब कुछ है, मैं उनसे ही कट करके जी नहीं सकता था।
5. पीएम मोदी बोले- ‘सुनील जगलान जी के ‘Selfie With Daughter’ कैंपेन पर मेरी नजर पड़ी तो मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने भी उनसे सीखा और इसे ‘मन की बात’ में शामिल किया। देखते ही देखते #SelfieWithDaughter एक ग्लोबल कैंपेन में बदल गया।’
6.पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे इस बात का संतोष है कि ‘मन की बात’ में हमने देश की नारी शक्ति की सैकड़ों प्रेरणादायी गाथाओं का जिक्र किया है. कितने ही अभियानों को हमारी नारी शक्ति ने नेतृत्व दिया है और मन की बात उनके प्रयासों का मंच बना है।
7. मन की बात जो बन गई देश की आवाज! जैसे लोग, ईश्वर की पूजा करने जाते हैं, तो प्रसाद की थाल लाते हैं. मन की बात मेरे मन की आध्यात्मिक यात्रा बन गया है 100वें एपिसोड में बोले पीएम मोदी ।
8. मोदी बोले – ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “‘मन की बात’ कोटि-कोटि भारतियों के मन की बात है। उनकी भावनाओं का प्रकटीकरण है। 3 अक्टूबर 2014 के दिन हमने ‘मन की बात’ की यात्रा शुरू की। मन की बात में देश के कोने-कोने से लोग जुड़े। हर आयु-वर्ग के लोग जुडे़।”
9.आज देश में टूरिज्म बहुत तेजी से ग्रो कर रहा है। हमारे ये प्राकृतिक संसाधन हों, नदियां, पहाड़, तालाब या फिर हमारे तीर्थ स्थल हों, उन्हें साफ रखना बहुत जरूरी है। ये टूरिज्म इंडस्ट्री की बहुत मदद करेगा। पर्यटन में स्वच्छता के साथ-साथ हमने इन्क्रिडिबल इंडिया मूवमेंट की भी कई बार चर्चा की है।
10. पीएम ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा के साथ जब ‘मन की बात’ की तो इसकी चर्चा पूरे विश्व में हुई थी। ‘मन की बात’ मेरे लिए दूसरे के गुणों को पूजा करने की तरह रहा है। मेरे लिए ये कार्यक्रम दूसरे के गुणों से सीखने का बड़ा माध्यम बन गया है।