इसी कड़ी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य परम पूज्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने पर प्रदेशभर के लिए एक दिवसीय राजकीय शोक घोषित किया है।शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान परमहंसा दाम पहुंच चुके हैं। इस दौरान सीएम ने नरसिंहपुर कलेक्टर कार्ययोजना से जुड़े कई दिशा-निर्देश दिए हैं। साथ ही, सीएम ने ये भी कहा कि, संक्राचार्य का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
शंकराचार्य के दो उत्तराधिकारियों के नाम घोषित
शंकराचार्य के देवलोकगमन के बाद उनके उत्तराधिकारी का चयन बी कर लिया गया है। स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को ज्योतिषपीठ बद्रीनाथ और स्वामी सदानंद को द्वारका शारदा पीठ का प्रमुख घोषित किया गया है। दोनों के नाम की घोषणा शंकरचार्य की पार्थिव देह के सामने की गई है।
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पालकी पर निकली स्वामी स्वरूपानंद की पालकी
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती महाराज के ब्रह्मलीन होने के बाद लगातार नरसिंहपुर के झोतेश्वर स्थित मणिदीप आश्रम में महाराज श्री के अंतिम दर्शन करने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी है। भक्तों को महाराज के अंतिम दर्शन आसानी से हो सके इसके लिए महाराज के पार्थिव शरीर को सभी भक्तों के समक्ष पालकी पर रखा गया और यात्रा भी निकाली गई। इस दौरान झोतेश्वर स्थित मणिदीप आश्रम से कुछ ही दूरी पर महाराज की समाधि के लिए स्थान बना लिया गया है। समाधि स्थल का निरीक्षण उनके शिष्य स्वामी सदानंद जी महाराज के द्वारा किया गया। उन्होंने आगामी कार्यक्रम की जानकारी भी दी।