जानकारी के अनुसार पुलिस लाइन में करीब ६ माह से लाइन में जो टीआई तन्हाई काट रहे हैं उनमें आरके गौतम, नंदलाल धुर्वे, शंकरलाल झारिया, अशोक दाहिया, सुरेंद्र मेहरा और रामफल गौड़ शामिल हैं। ये सभी अनुभवी और वरिष्ठ निरीक्षक हैं जिनमें से कुछ निरीक्षकों का सेवाकाल सिर्फ ५ साल बचा है। दूसरी ओर कानून व्यवस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले जिला मुख्यालय के दो थानों कोतवाली थाना और स्टेशनगंज थाना सहित जिले के कुछ अन्य थानों का प्रभार पिछले एक साल से उप निरीक्षकों के पास है। इसके अलावा कुछ थानों में तो वरिष्ठ निरीक्षकों को ऐसे थानों का प्रभारी बना दिया गया है जो उप निरीक्षक स्तर के थाने हैं। शबाना परवेज को तीन माह लाइन में रखने के बाद साईंखेड़ा थाना प्रभारी बनाया गया।
वर्जन
मैंने इसी सप्ताह पद भार संभाला है, अनुभवी वरिष्ठ निरीक्षकों को लाइन में रखे जाने और उप निरीक्षकों को थाना प्रभारी बनाए जाने की बात मेरी जानकारी में आई है। इस बारे में उचित निर्णय लिया जाएगा।
मैंने इसी सप्ताह पद भार संभाला है, अनुभवी वरिष्ठ निरीक्षकों को लाइन में रखे जाने और उप निरीक्षकों को थाना प्रभारी बनाए जाने की बात मेरी जानकारी में आई है। इस बारे में उचित निर्णय लिया जाएगा।
यांग चेंन डी भूटिया, पुलिस अधीक्षक
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नहीं हो रहा अपराधों का खुलासा
जिला मुख्यालय पर कई गंभीर मामलों का पुलिस एक साल बाद भी खुलासा नहीं कर सकी है। मंदिर पर पाकिस्तानी ध्वज फहराने का मामला अभी भी अंधकार के पर्दे में है। पुलिस ने घटना के समय जल्द इसका खुलासा करने का दावा किया था पर आज तक कोई सुराग नहीं जुटा सकी है। इसके अलावा अवैध शराब, ड्रग्स जैसे अनैतिक कारोबार भी पुलिस के लिए सवाल खड़े कर रहे हैं।
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नहीं हो रहा अपराधों का खुलासा
जिला मुख्यालय पर कई गंभीर मामलों का पुलिस एक साल बाद भी खुलासा नहीं कर सकी है। मंदिर पर पाकिस्तानी ध्वज फहराने का मामला अभी भी अंधकार के पर्दे में है। पुलिस ने घटना के समय जल्द इसका खुलासा करने का दावा किया था पर आज तक कोई सुराग नहीं जुटा सकी है। इसके अलावा अवैध शराब, ड्रग्स जैसे अनैतिक कारोबार भी पुलिस के लिए सवाल खड़े कर रहे हैं।