कोरोना के सभी प्रतिबंध हटने के बाद इस साल प्रदेशभर में 4-5 लाख भक्तों के आने की उम्मीद है। नौ दिवसीय उत्सव के लिए सलकनपुर में तमाम सुविधाएं जुटाई जा रहीं हैं। खासकर बुजुर्ग एवं अन्य कमजोर व्यक्ति अंडर पास सहित ट्राइसाइकिल के जरिए पहुंचकर मैया के दर्शन आसानी से पहुंचकर कर सकेंगे। 80 सीसीटीवी से भक्तों पर नजर रखी जाएगी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए जा रहे हैं। इनमें नर्मदापुरम, बैतूल-छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, हरदा-खंडवा, सीहोर, विदिशा, राजगढ़ आदि दर्जनभर जिलों सहित दूसरे महाराष्ट्र जैसे राज्य भी भक्त उमड़ेंगे।
इस कारण आसानी से होंगे दर्शन
मातारानी की दर्शन के लिए पहले से अंडर पास बनाया हुआ है। रैंप भी बनाया है। जो गाड़ी मेेनरोड पर न आए, इसके लिए पास से एक रोड बनाया है और इसी पर वाहन पार्किंग भी है। बुजुर्गों एवं बीमार लोगों को मंदिर के तक पहुंचाने एवं तुलादान के लिए भारी सामान लेकर पहाड़ पर पहुंचने अंडरपास बनाया है। मंदिर परिसर में व्हील चेयर के इंतजाम भी रखे गए हैं। सुविधाएं के कारण मंदिर गर्भगह तक पहुंचने एवं दर्शन करने में अब कम समय लगता है।
सीएम ने दिए थे 50 करोड़ रुपए
ट्रस्ट अध्यक्ष महेश उपाध्याय ने बताया कि सीएम ने तीन माह पहले 50 करोड़ रुपए सलकनपुर धाम में विकास कार्यों के लिए दिए थे। 30 करोड़ से मंदिर परिसर सहित मुख्य सड़क के किनारे नीचे के हिस्से में निर्माण विकास कार्य चल रहे हैं। 20 करोड़ की राशि आना शेष है। इस राशि से जो काम पूरे होने हैं, उनमें दो पहिया, चार पहिया वाहन, सुलभ कॉम्पलेक्स जो नीचे से लेकर ऊपर मंदिर गृहगृह तक के रास्ते पर बनेंगे।
इसलिए खास है ये देवी धाम
नर्मदापुरम-बुदनी और भोपाल के नजदीक सलकनपुर देवी धाम देवी मां के अवतार के रूप में प्रसिद्ध है। अनेक भक्तों की यह कुलदेवी भी हैं, इसलिए यहां भक्तों की भीड़ ज्यादा उमड़ती है। जानकारों के मुताबिक मां विजयासन माता पार्वती का ही अवतार-स्वरूप है। मां ने रक्तबीज नामक राक्षस का वध कर सृष्टि की रक्षा की थी।