इस नए सॉटवेयर से आमजन को कई सुविधाएं मिलेंगी। इसके अलावा गवाहों को भी पंजीयक कार्यालय तक नहीं आना पड़ेगा। वीडियो कॉल के जरिए ही उसका सत्यापन हो जाएगा।
मिल जाएगी जानकारी
मुख्यालय के उप पंजीयक कार्यालय की दीवार पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। जानकारी के मुताबिक इस स्क्रीन पर स्लॉट का समय दिखाई देगा। जिससे रजिस्ट्री कराने वाले को उसकी रजिस्ट्री कितने बजे होगी। इसकी जानकारी मिल जाएगी। संपदा 2.0 से लैस सीपीयू ,मॉनिटर, थंब इंप्रेशन मशीन, आइरिस स्कैन मशीन आदि भी लगा दी गई हैं। गुरुवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा इसकी शुरूआत की जाएगी। इसके बाद इसे जिले में लागू करने के लिए पंजीयक कार्यालयों में उपकरण लगा दिए गए हैं। बताया जाता है कि नए सिस्टम के लागू होते ही बॉयोलॉजिकल आइडी से संपत्ति के पंजीयन के दस्तावेज तैयार किए जाएंगे। रजिस्ट्री कराने वाले के पक्षकारों और गवाहों खाका ऑनलाइन सत्यापन किया जाएगा।