जोन में करीब 2000 गार्ड
पश्चिम मध्य रेल जबलपुर जोन में करीब 2000 गार्ड हैं। इन सभी की ट्रेन में बतौर ट्रेन गार्ड ही ड्यूटी लगती है। बोर्ड के उक्त प्रस्ताव पर सहमति जताने के बाद जल्द ही जोन के इन सभी गार्ड्स को अब एक नया पदनाम मिल जाएगा। जोन में कार्यरत गार्डों ने इसे एक अच्छा निर्णय बताया है। अभी यह नाम सुनकर ऐसा लगता है जैसे कोई सुरक्षाकर्मी ट्रेन में चल रहा हो।
पश्चिम मध्य रेल जबलपुर जोन में करीब 2000 गार्ड हैं। इन सभी की ट्रेन में बतौर ट्रेन गार्ड ही ड्यूटी लगती है। बोर्ड के उक्त प्रस्ताव पर सहमति जताने के बाद जल्द ही जोन के इन सभी गार्ड्स को अब एक नया पदनाम मिल जाएगा। जोन में कार्यरत गार्डों ने इसे एक अच्छा निर्णय बताया है। अभी यह नाम सुनकर ऐसा लगता है जैसे कोई सुरक्षाकर्मी ट्रेन में चल रहा हो।
किसने क्या कहा
हमारे वरिष्ठ संगठन एनएफआईआर की तरफ से यह डिमांड बोर्ड के सामने रखी थी। बोर्ड स्तर पर चर्चा के बाद ट्रेन गार्ड का पदनाम बदलने की जानकारी मिली है। इस निर्णय से जबलपुर जोन के करीब 2000 ट्रेन गार्ड ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे।
राजेश पांडे, मंडल अध्यक्ष डब्ल्यूसीआरएमएस भोपाल
पिछले दिनों एनएफआईआर ने यह प्रस्ताव बोर्ड के सामने रखा था। बोर्ड ने इस पर सहमति जता दी है। बोर्ड ने ट्रेन गार्ड की जगह ट्रेन मैनेजर नाम पर सहमति दे दी है। जल्द ही सभी जोनों को इस संबंध में आदेश भी जारी करने के लिए कहा है।
एम राघवैया, जनरल सेकेट्री एनएफआईआर दिल्ली
हमारे वरिष्ठ संगठन एनएफआईआर की तरफ से यह डिमांड बोर्ड के सामने रखी थी। बोर्ड स्तर पर चर्चा के बाद ट्रेन गार्ड का पदनाम बदलने की जानकारी मिली है। इस निर्णय से जबलपुर जोन के करीब 2000 ट्रेन गार्ड ट्रेन मैनेजर कहलाएंगे।
राजेश पांडे, मंडल अध्यक्ष डब्ल्यूसीआरएमएस भोपाल
पिछले दिनों एनएफआईआर ने यह प्रस्ताव बोर्ड के सामने रखा था। बोर्ड ने इस पर सहमति जता दी है। बोर्ड ने ट्रेन गार्ड की जगह ट्रेन मैनेजर नाम पर सहमति दे दी है। जल्द ही सभी जोनों को इस संबंध में आदेश भी जारी करने के लिए कहा है।
एम राघवैया, जनरल सेकेट्री एनएफआईआर दिल्ली