शहर के छात्रों ने सोशल मीडिया का नया प्रयोग शुरू किया है। इसमें ऐसे छात्रों को जोड़कर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है जो गरीब हैं और कोचिंग का भार नहीं सह सकते। पटवारी चयन परीक्षा के लिए इस ग्रुप की शुरूआत की है ग्वालियर के हिमांशु गुप्ता और उनके एक दर्जन दोस्तों ने। अब ग्रुप में बड़ी संख्या में ग्वालियर के साथ भोपाल और इंदौर सहित प्रदेश के कई शहरों एवं ग्रामीण क्षेत्र के प्रतियोगी भी जुड़ गए हैं।
इस पर एक दूसरे को नोट्स दिए जाते हैं। यह पीडीएफ और जेपीजी फार्मेट में होते हैं। हिमांशु का दावा है कि करीब दस हजार छात्र-छात्राएं इस तरह प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। ग्रुप से जुड़े एक प्रतियोगी अंशुल शुक्ला ने बताया कि यहां सभी तरह के कंटेंट आसानी से मिल जाते हैं।
ग्रुप में अच्छी कोचिंग में पढ़ाई कर रहे युवा भी शामिल हैं, जो इस पर कोचिंग के नोट्स भी साझा करते हैं। ताकि जो कोचिंग नहीं ले सकते वे फायदा उठा सकें। इसका सबसे ज्यादा फायदा छोटे शहरों की युवतियां ले रही हैं।
कहते है हर कोई व्यक्ति सब कुछ नहीं जानता, लेकिन एक व्यक्ति कुछ ना कुछ जानता है। इसलिए जब एक ही ग्रुप में अलग-अलग जगह और हजारों स्टूडेंट रहेंगे और अपनी जानकारी शेयर करेंगे तो कई तरह के टॉपिक पर डिस्कस किया जाता है। ऐसे में कई बार इनको नई जानकारी मिलती है।