उनका कहना है कि इससे ड्रॉपआउट स्टूडेंट्स को काफी फायदा मिलेगा, वहीं कुछ स्टूडेंट्स का कहना है कि फर्स्ट अटेम्प्ट में क्लीयर करने की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को अधिक असर नहीं होगा। एडवांस में दो मौके होने कारण यह सहूलियत थी कि यदि पहली बार का एग्जाम अच्छा नहीं हुआ तो दूसरा मौका मिलेगा। तीसरा मौका बेहतर तो है, लेकिन इससे स्टूडेंट्स के ईयर का लॉस भी होगा।
पहले दो का था प्रावधान
एनटीए द्वारा पहले दो अटेम्प्ट ही स्टूडेंट्स को मिलते थे। एग्जाम में बेहतर रैंक ना ला पाने और पसंदीदा कॉलेज ना मिलने के कारण कैंडिडेट्स ड्रॉप लेकर नेक्स्ट ईयर की तैयारी करते थे। वहीं अब तीन अटेम्प्ट मिलने से उनके पास पहले से ज्यादा मौके होंगे। जेईई एडवांस का आयोजन 26 से 2 जून 2025 तक किया जाएगा।आवेदन में 2000 का डेट ऑफ बर्थ अनिवार्य
इस वर्ष जेईई-एडवांस के लिए आयु सीमा भी तय की गई है। ऐसे विद्यार्थी जिनका जन्म 1 अक्टूबर 2000 के बाद हुआ है, वे आवेदन कर परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। वहीं कोटे की रियायत भी शामिल होगी। कैटेगरी में आवेदन की छूट के बाद 1 अक्टूबर 1995 के बाद जन्में विद्यार्थी इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे।यह नियम होंगे लागू
2025 के जेईई-एडवांस में वर्ष 2023, 2024 और 2025 में कक्षा 12वीं की परीक्षा देने वाले विद्यार्थी शामिल हो सकेंगे। 2022 या इससे पहले 12वीं या इसके समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले परीक्षा में शामिल होने योग्य नहीं होंगे। ऐसे स्टूडेंट्स जिन्होंने पूर्व में आइआइटी में जोसा काउंसिलिंग के दौरान प्रवेश लिया है, वे जेईई-एडवांस में शामिल नहीं हो सकेंगे।