6 माह की थी तब रेलवे स्टेशन से मिली थी मासूम
9 साल पहले जब ये बच्ची 6 माह की थी, तब मुस्कान संस्था को रेलवे स्टेशन पर पड़ी मिली थी। इसे संस्था के संचालक दंपती अमृता मनीष ठाकुर अपने साथ संस्था में ले आए और यहीं उसकी परवरिश की।
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एक साल से जारी है गोद लेने की प्रक्रिया
मनीष ने बताया कि पिछले एक साल से बच्ची को गोद लेने की यह प्रक्रिया जारी है। ये दंपत्ति इस बच्ची को एक साल से त्योहारों पर कुरियर के जरिए गिफ्ट भेज रहे थे। दपत्ति की इच्छा को पूरी करते हुए संस्था के संचालक दंपती और फ्रांस के दपती ने मिलकर कागजी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। वही एडीएम मनोज ठाकुर ने कहा कि माल्टा की दपंती है, जो मुस्कान संस्था की बच्ची को गोद लेना चाहते हैं। उसी की जानकारी लेने हमारे पास आए थे। चाइल्ड प्रोडेक्शन ऑफिसर हैं। उनसे उस फैमिली को मिलवा दिया है। वो सारी प्रोसेस करेंगे।
गौरतलब है कि इस संस्था की एक और 10 साल की बेटी को पिछले साल इटली की एक दंपती ने गोद लिया था। ये भी पढ़ें: नौकरी से निकाला तो किया हंगामा, हवाई फायरिंग के बाद इलाके में दहशत
दूसरी बार इंडियन बच्चे को ले रहे गोद
गौरतलब है कि यह दंपती दूसरी बार इंडियन बच्चे को गोद ले रहे हैं। पांच साल पहले बैंगलुरु से एक बच्चे को गोद ले चुके हैं। इसका काफी अच्छे से पालन-पोषण और देखरेख कर रहे हैं। अब दंपती एक बच्ची को गोद लेना चाहती है। उन्हें इटारसी के मुस्कान संस्था की 09 साल की बेटी पसंद आई है, जिसे वे गोद ले रहे हैं। इटारसी की मुस्कान संस्था कई अनाथ बच्चियों का सहारा है। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या अनाथ मिलने वाली बच्चियों को यहां रखा जाता है।