जानकारी के मुताबिक एमपीटी तवा नगर के पर्यटन को बढ़ाने के लिए सतपुड़ा के जंगलों के बीच से बहने वाली तवा नदी से तवा रिसोर्ट से सैलानियों को 30 किलोमीटर की परसापानी और 50 किलोमीटर की मढ़ई की सफारी कराई जा रही है। सुबह पांच बजे से होने वाली इस सफारी में लगभग पांच घंटे सैलानी नदी के रास्ते जंगल घूमते हैं। मढ़ई में बोट से उतर कर सैलानी वाहनों के जरिए भी जंगल सफारी कर रहे हैं। नदी के रास्ते जंगल सफारी का क्रेज तेजी से बढऩे लगा है। निगम के मुताबिक 1 से 31 मार्च तक छोटी बड़ी बोट ने 25 चक्कर लगाए।
वन्य प्राणियों के हो रहे दीदार
सफारी में कई जगह बोट सतपुड़ा के घने जंगल के बीच बहती नदी से गुजरती है। इस दौरान सैलानियों को किनारों पर टाइगर, तेंदुआ सहित वन्य प्राणियों की दीदार आसानी से हो जाते हैं। तवा नदी के विशाल मगरमच्छ और अन्य जलीय जीव भी पर्यटक देखते हैं। तवा नदी के रास्ते 50 और 30 किलोमीटर की मढ़ई, परसापानी सफारी कराई जा रही है। इसके जरिए पर्यटन बढ़ रहा है। मार्च के 31 दिनों में मोटर बोट ने लगभग 25 राउंड लगाए।
-श्यामेंद्र अवस्थी, मैनेजर एमपीटी तवा नगर
-श्यामेंद्र अवस्थी, मैनेजर एमपीटी तवा नगर