भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने प्रशासन से तिरंगा ट्रैक्टर यात्रा को मंडी में ले जाने की अनुमति मांगी थी। प्रशासन ने इससे इंकार कर दिया और मंडी गेट में ताला लगाते हुए रास्ते पर बेरिकेटिंग कर दी। हालांकि राकेश टिकैत के तेवर देखकर प्रशासन को आखिरकार मंडी के रास्ते खोलने पड़े।
यह भी पढ़ें : Ladli Behna Yojana – लाड़ली बहनों के लिए बड़ी खुशखबरी, एमपी सरकार ने किया करोड़ों के फंड का खास इंतजाम सोयाबीन के दाम 6 हजार रूपए प्रति क्विंटल करने की मांग को लेकर दोपहर करीब 1:30 बजे तवा कॉलोनी से ट्रैक्टर यात्रा शुरू हुई। राकेश टिकैत खुद ट्रैक्टर चलाते हुए सबसे आगे निकले। मंडी में जाने पर पाबंदी के बाद भी किसान मंडी गेट की और बढ़ने लगे। अंतत: पुलिसकर्मी भागते हुए गए और मंडी गेट की बेरिकेटिंग को हटा दिया। राकेश टिकैत मंडी रोड पर जमीन पर ही बैठ गए।
बाद में किसानों को संबोधित करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि बीजेपी सरकार ने किसानों के साथ धोखा किया है। उत्पादन लागत से 50 फीसदी का मुनाफा देने का वादा खुद प्रधानमंत्री ने किया था। स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट भी अभी तक लागू नहीं की गई। बाद में सोयाबीन सहित सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाए जाने औन अन्य मांगों का प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन तहसीलदार राकेश खजूरिया को सौंपा।