खुनी रस्ते ने ली एक और जान, खड़े ट्रक से टकराई सफारी, महिला की मौके पर ही मौत इसमें राशन कार्ड का सत्यापन कार्य करने की शुरूआत 15 जुलाई से लेकर 5 अगस्त तक नियत कर दिया है। जिला प्रशासन ने (Government) राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए जिले में 113 शिविर आयोजित कर 364 अधिकारी- कर्मचारियों की डयुटी राशनकार्ड सत्यापन के लिए लगाई है। इसमें अधिकारी-कर्मचारी 15 जुलाई से 5 अगस्त तक संबधित ग्राम पंचायत सहित आश्रित गांव में उपस्थित होकर ग्रामीणों के राशन कार्ड का सत्यापन करेगें।लेकिन माओवादी (maoist) प्रभावित अबूझमाड़ ओरछा ब्लॉक का अस्सी फिसदी क्षेत्र पहुंच विहिन बना हुआ है।
नवजात को जन्म देकर जिला अस्पताल से गायब हो गई महिला, एक सप्ताह के बाद जंगल में मिला शव इस क्षेत्र में बरसात के दिनों में पहुंचकर राशनकार्ड का सत्यापन करना अधिकारी-कर्मचारियों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है। अबूझमाड़ के पहुंच विहिन इलाके में पहुंचकर राशन कार्ड का सत्यापन करने की बजाय संबधित ग्राम पंचायत में राशन कार्ड का सत्यापन कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारी ग्रामीणों को किसी माध्यम से सुचना भेज रहे है। इस सुचना में पहुंच विहिन इलाके के ग्रामीणों को राशन कार्ड सहित अन्य दस्तावेज लेकर जिला मुख्यालय या फिर ब्लॉक मुख्यालय पहुंचने जानकारी दे रहे है। इससे पहुंच विहिन इलाके जाने के बजाय ग्रामीणों के मुख्यालय पहुंचने पर उनके राशन कार्ड का सत्यापन किया जा सकें।
इसी तरह का उदाहरण बुधवार को जिला मुख्यालय में देखने को मिला। इसमें पदमकोट ग्राम पंचायत के ग्रामीण राशनकार्ड नवीनीकरण करने के लिए अपने दस्तावेज लेकर मुख्यालय पहुंच रहे है। इसमें पदमकोट ग्राम पंचायत के ग्रामीण मंगलवार की सुबह चावल, बर्तन, लकड़ी सहित भोजन के लिए लगने वाली अन्य वस्तुए लेकर जिला मुख्यालय के निकलकर मिलों का सफर पैदल तय करने के बाद मंगलवार की शाम दुमा गांव पहुंचे। इस गांव में रात को खुले आसमान के नीचे भोजन बनाकर खाने के बाद खुले आसमान के नीचे रात गुजारकर बुधवार की सुबह फिर से मिलों का सफर पैदल तय ओरछा ब्लॉक मुख्यालय पहुंचे। जहां से बुधवार की सुबह 7 बजे की बस बैठकर जिला मुख्यालय के अबूझमाडिया भवन में पहुंचे। जहां पर ग्रामीणों के राशन कार्ड नवीनीकरण ले संबधित अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा किया जाएगा।
नौकरी छोड़ कर ले इसकी खेती, 6 महीने में ही कमाने लगेंगे लाखों रूपए लगातार बारिश से नदी- नालों का जल स्तर बढ़ा, यही बनी मुसीबत
जिले में पिछले 5 दिनों से लगातार झमाझम बारिश हो रही है। इससे जिले के छोटे-बडे नदी-नाले उफान पर चल रहे है। इसमें पदमकोट ग्राम पंचायत के करीब एक दर्जन महिला-पुरूष चावल, लकडी सहित अन्य सामना के बोझ को कंघे बोहकर जिला मुख्यालय के लिए मंगलवार की सुबह निकले। इस दौरान ग्रामीणों 45 किलोमीटर का सफर पैदल तय करने के साथ ही दो पहाडियों को पैदल लाख दिया। इसके साथ ही उफ नते करीब 10 नदी-नालों में जान जोखिम में डालकर गले तक के पानी को पार कर दिया। इस तरह अबूझमाड पदमकोट पंचायत के ग्रामीणों को राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए 45 किलोमीटर का सफर पैदल तय करने के साथ ही दो पहाडी को लाख कर नदी-नाले में जान जोखिम में डालनी पड़ी। इस तरह की परेशानियों का सामना करने के कारण अबूझमाड़ के ग्रामीणों के लिए राशनकार्ड नवीनीकरण कार्य जी का जंजाल बन गया है।
जिले में पिछले 5 दिनों से लगातार झमाझम बारिश हो रही है। इससे जिले के छोटे-बडे नदी-नाले उफान पर चल रहे है। इसमें पदमकोट ग्राम पंचायत के करीब एक दर्जन महिला-पुरूष चावल, लकडी सहित अन्य सामना के बोझ को कंघे बोहकर जिला मुख्यालय के लिए मंगलवार की सुबह निकले। इस दौरान ग्रामीणों 45 किलोमीटर का सफर पैदल तय करने के साथ ही दो पहाडियों को पैदल लाख दिया। इसके साथ ही उफ नते करीब 10 नदी-नालों में जान जोखिम में डालकर गले तक के पानी को पार कर दिया। इस तरह अबूझमाड पदमकोट पंचायत के ग्रामीणों को राशनकार्ड नवीनीकरण के लिए 45 किलोमीटर का सफर पैदल तय करने के साथ ही दो पहाडी को लाख कर नदी-नाले में जान जोखिम में डालनी पड़ी। इस तरह की परेशानियों का सामना करने के कारण अबूझमाड़ के ग्रामीणों के लिए राशनकार्ड नवीनीकरण कार्य जी का जंजाल बन गया है।
शादी का झांसा देकर नाबालिग से किया दुष्कर्म, फास्ट ट्रैक कोर्ट ने दी अतिरिक्त 10 साल की सजा अबूझमाड़ ओरछा ब्लॉक में 36 ग्राम पंचायतों में होना है शिविर आयोजित
15 जुलाई से 5 अगस्त तक शिविर आयोजित कर राशनकार्ड का सत्यापन कार्य किया जाना है। इसके लिए अबूझमाड ओरछा ब्लॉक में 36 ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजित होना था। इस के लिए 36 ग्राम पंचायतों के शिविर के लिए 12 नोडल अधिकारियों को जिम्मेदारी सौपीं गई है। इसमें 1 नोडल अधिकारी 3 ग्राम पंचायत में होने वाले राशन कार्ड सत्यापन कार्य पर नजर रखेगे। वहीं प्रत्येक ग्राम पंचायत में सत्यापन कार्य करने के लिए 3 अधिकारी-कर्मचारियों का दल बनाया गया है। इस तरह 36 ग्राम पंचायत में 108 अधिकारी-कर्मचारी राशनकार्ड नवीनीकरण का कार्य करेगे। लेकिन अधिकारी-कर्मचारी सबंधित ग्राम पंचायत में पहुंचने की बजाय ग्रामीणों को जिला या फिर ब्लॉक मुख्यालय पहुंचने की सुचना दे रहे है।
15 जुलाई से 5 अगस्त तक शिविर आयोजित कर राशनकार्ड का सत्यापन कार्य किया जाना है। इसके लिए अबूझमाड ओरछा ब्लॉक में 36 ग्राम पंचायतों में शिविर आयोजित होना था। इस के लिए 36 ग्राम पंचायतों के शिविर के लिए 12 नोडल अधिकारियों को जिम्मेदारी सौपीं गई है। इसमें 1 नोडल अधिकारी 3 ग्राम पंचायत में होने वाले राशन कार्ड सत्यापन कार्य पर नजर रखेगे। वहीं प्रत्येक ग्राम पंचायत में सत्यापन कार्य करने के लिए 3 अधिकारी-कर्मचारियों का दल बनाया गया है। इस तरह 36 ग्राम पंचायत में 108 अधिकारी-कर्मचारी राशनकार्ड नवीनीकरण का कार्य करेगे। लेकिन अधिकारी-कर्मचारी सबंधित ग्राम पंचायत में पहुंचने की बजाय ग्रामीणों को जिला या फिर ब्लॉक मुख्यालय पहुंचने की सुचना दे रहे है।
काम की खबर: वैज्ञानिकों ने किया रिसर्च, अब धान की खेती के लिए नहीं है पानी की जरूरत अबूझमाड क्षेत्रफल – 4000
ग्राम पंचायत – 36
कुल गांव – 237
आबाद गांव -206
विरान गांव -31
जनसंख्या – 33 हजार 557
बीपीएल परिवार -5 हजार
लघु कुषक परिवार – 3 हजार 100
सीमांत कुषक परिवार – 6 हजार 300
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