बता दें कि नक्सल इतिहास की सबसे बड़ी मुठभेड़ में शुक्रवार को नक्सलियों के 28 शव बरामद हुए थे। इसके बाद शनिवार सुबह होते-होते नक्सलियों के तीन शव और मिले। बस्तर आईजी पी. सुंदरराज ने मीडिया से बात करते हुए मुठभेड़ में कुल 31 नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि कर दी है।
Naxalite Encounter Update: दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने किया ऑपरेशन का खुलासा
मुठभेड़ में एक हजार से ज्यादा डीआरजी, एसटीएफ के जवान शामिल थे जो कि अब जंगल से नक्सलियों के शव को कंधे पर ढोकर बाहर ला रहे हैं। उन्हें जंगल से मुख्य सडक़ पर आने के लिए 25 से 30 किमी पैदल चलना पड़ रहा है। छोटी-छोटी टुकडिय़ों में जवानों को जंगल से बाहर निकाला जा रहा है। दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने बताया कि एक साथ सभी जवानों का मूवमेंट नहीं हो सकता इसलिए जवानों और नक्सलियों की बॉडी को बाहर आने में वक्त लगा। Naxalite Encounter Update शनिवार शाम 5 बजे तक जवानों का लौटने का क्रम जारी था। शाम ढलने के बाद बचे हुए जवानों को लगातार तीसरे दिन जंगलों में ही रोक दिया गया है।
पैकेज्ड फूड जवानों ने पूरा किया सफर
सभी जवान गुरुवार सुबह से ही ऑपरेशन पर निकले हुए थे। वे अपने साथ खाने-पीने का इंतजाम भी साथ लेकर गए थे। मुठभेड़ स्थल से जो तस्वीरें सामने आई हैं उसके अनुसार जवान नक्सलियों के शव को ढोते हुए जब थक जा रहे हैं तो वे बॉडी को जमीन पर रखकर आराम कर रहे थे और उसी बीच उनके पास उपलब्ध पैकेज्ड फूड का सेवन कर खुद को आगे के सफर के लिए तैयार कर रहे थे। उन्हीं जवानों को अंदर भेजा गया जो जंगलवार के माहिर थे। यह भी पढ़ें
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जंगलवार के माहिर जवानों का किया गया था सलेक्शन
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस पूरे ऑपरेशन में पांच जिलों से उन्हीं जवानों को सलेक्ट किया गया, जंगलवार के माहिर थे। जवानों को दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले से होते हुए अबूझमाड़ में दाखिल किया गया। डीआरजी के जवानों को इसके लिए पहले ही विशेष ट्रेनिंग मिल चुकी है। Naxalite Encounter Update बताया जा रहा है कि ऑपरेशन घनघोर जंगल में होना था और किसी भी तरह के खतरे से बचने के लिए सीआरपीएफ के करीब डेढ़ हजार जवानों को दोनों जिलों में बैकअप पर रखा गया था।कंपनी नंबर 6 के 50 से ज्यादा नक्सली एक जगह पर मौजूद थे
Naxalite Encounter Update: सूत्रों के अनुसार नक्सलियों की कंपनी नंबर 6 के 50 से ज्यादा नक्सली थुलथुली में मौजूद थे। यह पूरा इलाका नक्सलियों के पूर्वी बस्तर डिवीजन के अंतर्गत आता है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों की मौजूदगी के इनपुट बुधवार रात ही मिल गए थे। इसके बाद तय किया गया कि गुरुवार को दोनों जिलों के जवान ऑपरेशन पर निकलेंगे। गुरुवार सुबह ही जवानों को जंगल में भेजा जाने लगा। जवान गुरुवार को ही जंगलों में दाखिल हो गए थे। उन्होंने भारी बारिश के बीच पहाड़, नदी-नाले पार किए और थुलथुली-नेंदुर गांव के जंगल में पहुंचे। इसके बाद शुक्रवार दोपहर 1 बजे पहला हमला बोला गया। दंतेवाड़ा एसपी के मुताबिक दोपहर 1 बजे से रात 8 बजे तक मुठभेड़ चलती रही।