इससे नक्सली संगठन बौखला गया है। इस बौखलाहट में नक्सली निर्दोष ग्रामीणों को निशाना बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। इसकी बानगी अबुझमाड़ के थुलथुली गांव में देखने को मिली है। इसमें नक्सलियों (Naxal Killed Boy) ने थुलथुली गांव के गायता चैनुराम मंडावी का 30 जून को अपहरण कर लिया था।
इसके बाद नक्सली गायता चैनुराम मंडावी को 4 दिन जंगल में अपने साथ घुमाते रहे। इसके बाद नक्सलियों ने गायता पर गोबेल (Naxal Killed Boy) मुठभेड़ में मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए 4 जुलाई की रात गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद उसके शव को थुलथुली गांव के पास सड़क फेंक दिया। इस घटना के बाद से थुलथुली गांव ने दहशत का माहौल बना हुआ है।