नगरीय निकाय का अमला पिछले चार दिनों से इस प्रोजेक्ट में जुटा हुआ है। सीएमओ एलएमपी सिंह ने बताया कि प्रदेश के 28 जिलों में नारायणपुर को शामिल करना गौरव की बात है।उन्होंने बताया कि मॉडल शहर में विकसित होने से नगर में चौड़ीकरण के कार्यों के साथ-साथ तालाबों में सुंदरीकरण और गहरीकरण के कार्य किए जाएंगे।
बड़े पैमाने पर पौधरोपण कर शहर को पर्यावरण के अनुकूल तैयार किया जाएगा। एनजीटी ने राज्य स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी से आदर्श शहर के लिए नाम मांगे थे। नगर में स्वास्थ्य, पेयजल जैसी सुविधाएं विकसित करने के लिए गाइड लाइन बनाई जा रही है। नारायणपुर को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत का दर्जा 2003 में मिला।
इसकी जनसंख्या 22106 है। यह 15 वार्ड में बंटा है। पेयजल के लिए 1979 नल कनेक्शन घरेलू और व्यवसायिक 41 कनेक्शन हैं। भागीरथी नलजल योजना के तहत 612 परिवार में पानी सप्लाई किया जा रहा है। नगर में 216 हैंडपंप और 32 पावर पंप की मदद से लोगों की प्यास बुझाई जा रही है। शहर में पांच ओवरहेड टैंक हैं।