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अधीक्षण अभियंता कार्यालय में अजमेर डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक एन. एस. निर्वाण की अध्यक्षता में बैठक शुरू हुई। बैठक में जिले के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता एवं एकाण्टेंट शामिल थे। एमडी निर्वाण ने कहा कि वर्तमान में जिले में छीजत तकरीबन 28 प्रतिशत चल रही है। इसको कम से कम 20 प्रतिशत तक लाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस काम को सुव्यवस्थित तरीके से किए जाने पर निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। एमडी निर्वाण ने बताया कि उन्होंने अधिशासी अभियंता व सहायक अभियंता को निर्देश दिए गए हैं कि कि जितने भी 11 केवी के फीडर एवं ट्रांसफार्मर लगाए जाएं। उस पर डीओ ीाी फ्यूज लगाए। ताकी की विद्युत दुर्घटना कम से कम हो। उन्होंने कहा कि विभाग के इसके लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं है। इसलिए किसी भी जगहों पर अभियंताओं की ओर से संसाधनों के अभाव का बहाना बनाए जाने पर सीधा कार्रवाई की जाएगी। एमडी निर्वाण ने इस दौरान राजस्व वसूली, टी एंड डी लोसेस, सतर्कता जांच, खराब मीटर बदलना, ट्रांसफॉर्मर लोड बैलेंसिंग, नए कनेक्शन जारी करने, हाई रिस्क पॉइंट अटेंड करने, जले हुए ट्रांसफार्मर समय पर बदलने के सम्बन्ध में प्रभावी तरीके से काम करने की नसीहत दी। इसके साथ यह भी चेताया कि वह जल्द ही इसकी पुन: समीक्षा करेंगे। इसमें लापरवाहों की लापरवाही बिलकुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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एमनेस्टी स्कीम का फायदा उठाए उपभोक्ता
प्रबन्ध निदेशक निर्वाण ने कहा कि वीसीआर के प्रकरण में अब सहायक अभियंताओं को भी निस्तारण करने का अधिकार दे दिया गया है। यह एमनेस्टी स्कीम के साथ ही प्रावधानों का ध्यान में रखते हुए खुद के स्तर पर निराकरण कर सकते हैं। अब इसके लिए उपभोक्ताओं को जिला मुख्यालय के कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं रह गई है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं से सेटलमेंट कर अधिकाधिक प्रकरणों का प्राथमिकता के आधार निस्तारण करने पर अभियंता ध्यान दें, नहीं तो उनका ध्यान जाएगा तो मुश्किल हो जाएगी।
घपले की जांच के साथ ही बकाएदारों को नहीं बख्शेंगे
एमडी निर्वाण ने कहा कि वर्ष 2017-18, 2018-019 में लगे कृषि कनेक्शनों में वर्क आर्डर से लेकर भुगतान तक की पूरी प्रक्रिया के साथ विभाग से निकले उपकरणों आदि की जांच कराई जा रही है। जांच में प्रत्येक बिंदु को शामिल किया गया है। इसके बाद भी जांच में कहीं, कोई शिथिलता बरती गई तो फिर जांच करने वालों पर भी उनकी ओर से कार्रवाई की जा सकती है। निर्वाण ने कहा कि उनकी इस प्रकरण पर पूरी नजर है। बिजली बिल बकाया के मामले में कहा कि उनको पता चला कि कइयों की बकाया राशि बहुत ज्यादा है। कुछ जगहों पर बिल संबंधित उपभोक्ताओं की ओर से जमा नहीं किए जाने के चलते यह बकाया राशि लाखों में पहुंच गई है। इसके खिलाफ भी प्रभावी कार्रवाई करने के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं।
फोटो. नागौर. अजमेर-नागौर डिस्कॉम के अधीक्षण अभियंता कार्यालय हॉल में शुक्रवार को एमडी एन. एस. निर्वाण समीक्षा करते हुए