नागौर

बहाना चाहे चुनाव ही क्यों न हो, जिले का चिकित्सा ढांचा हो जाएगा मजबूत

– जिले में चिकित्सा विभाग का ढांचा हो रहा मजबूत, नागौर में बनाए तीन नए बीसीएमओ कार्यालय- तीन जिला अस्पतालों के साथ 37 सीएचसी, 133 पीएचसी, 891 सब सेंटर तथा 6 शहरों में उप जिला अस्पताल खोले- कुचामन में एमसीएच विंग के साथ अन्य घोषणाओं के लिए बजट जारी

नागौरJun 15, 2023 / 11:13 am

shyam choudhary

जेएलएन अस्पताल परिसर में तैयार हो रहा नया भवन

नागौर. इस बार जिले का चिकित्सा ढांचा काफी मजबूत हो रहा है। राजस्व गांव से लेकर जिला मुख्यालय तक सरकारी चिकित्सा संस्थान खोलने व क्रमोन्नत करने का काम इस बार किया गया है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में तीन जिला अस्पताल, 37 सीएचसी, 133 पीएचसी, 891 सब सेंटर तथा 6 शहरों में उप जिला अस्पताल हैं। साथ ही जिले के सभी पंचायत समिति मुख्यालय पर बीसीएमओ कार्यालय भी खोलने के आदेश जारी हो चुके हैं। इसमें इस वर्ष की बात करें तो राजकीय चिकित्सालय कुचामन सिटी को जिला चिकित्सालय बनाया गया है। इसके साथ 50 बेड की एमसीएच विंग खोलने की घोषणा के बाद पदों की स्वीकृति आदेश जारी किए जा चुके हैं।
कोरोना काल में जिले के हर उपखंड मुख्यालय पर एक-एक ऑक्सीजन प्लांट तो जिला मुख्यालय के जेएलएन अस्पताल में पांच ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के बाद अब चिकित्सा संस्थानों को क्रमोन्नत करने के साथ नए पद भी सृजित किए गए हैं। खास बात यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से की गई घोषणाओं की क्रियान्विति को लेकर समय-समय पर मॉनिटरिंग भी की जा रही है। यदि कहीं जमीन आवंटन करवाना है तो उस प्रक्रिया को भी तेजी से पूरा करवाया जा रहा है।
गौरतलब है कि देश में एमबीबीएस करने के साथ विदेशों से एमबीबीएस करने वाले युवाओं की काफी संख्या है, ऐसे में आने वाले दिनों में जिले में डॉक्टरों के पद भी भरने की संभावना है। जिला मुख्यालय पर मेडिकल कॉलेज भवन के साथ जिला अस्पताल में निर्माण तेजी से चल रहा है। जिला अस्पताल में 190 बेड का नया अस्पताल भवन तैयार हो रहा है। इसी प्रकार मेडिकल कॉलेज के पास नर्सिंग कॉलेज का काम भी चल रहा है।
जिले में यहां बनेंगे बीसीएमओ कार्यालय
नागौर जिले के खींवसर, मौलासर व नावां पंचायत समिति मुख्यालय पर बीसीएमओ कार्यालय खोलने की घोषणा के बाद स्वीकृति आदेश जारी हुए करीब 40 दिन हो चुके हैं। साथ ही नए बीसीएमओ कार्यालयों के लिए नवीन पद भी सृजित किए जा चुके हैं। नए बीसीएमओ कार्यालय खुलने से चिकित्सा संस्थानों की मॉनिटरिंग के साथ अन्य कार्य भी आसान हो जाएंगे।
यहां उप स्वास्थ्य केन्द्र बने पीएचसी
नागौर जिले के पावा, खरेश व भदलिया (डीडवाना) व बरनेल व तंवरा (जायल), सिरासना (डेगाना) एवं सूंथली (मकराना) के उप स्वास्थ्य केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में क्रमोन्नत किया गया है। जिले में अब 133 पीएचसी हो गए हैं।
ब्लॉक वार चिकित्या संस्थानों की स्थिति
ब्लॉक – डीएच – सीएचसी – पीएचसी – एससी – एसडीएच
डेगाना – 0 – 2 – 7 – 70 – डेगाना
डीडवाना – 1 – 8 – 17 – 118 – 0
जायल – 0 – 3 – 13 – 94 – जायल
कुचामन – 1 – 3 – 19 – 114 – नावां
लाडनूं – 0 – 3 – 7 – 71 – लाडनूं
मकराना – 0 – 3 – 13 – 76 – मकराना
मेड़ता – 0 – 2 – 12 – 74 – 0
मूण्डवा – 0 – 5 – 12 – 71 – 0
नागौर – 1 – 3 – 12 – 74 – 0
परबतसर – 0 – 2 – 10 – 74 – परबतसर
रियां बड़ी – 0 – 1 – 6 – 30 – 0
भैरूंदा – 0 – 2 – 5 – 25 – 0
कुल – 3 – 37 – 133 – 891 – 6
यह भी है जिले में
जिले में आठ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी संचालित हो रहे हैं, जो नागौर में लौहारपुरा व दवे नगर, मकराना में बालाजी कॉलोनी व गुणावती, डीडवाना में साल्ट रोड व सिटी डिस्पेंसरी, लाडनूं में जावाबास, कुचामन के वार्ड 35 में संचालित हैं। इसके अलावा जिले में चार जनता क्लीनिक भी संचालित हैं। ये नागौर के पुराना अस्पताल भवन व संजय कॉलोनी, मेड़ता के पुरानी सीएचसी व कुचामन के सीता देवी सत्यनारायण काबरा के नाम से संचालित है।
बजट घोषणाओं की क्रियान्विति करवा रहे हैं
मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के अनुसार विभाग की ओर से स्वीकृति आदेश जारी किए गए हैं। जिले में तीन बीसीएमओ कार्यालय खोले गए हैं, जिनके लिए पद सृजित कर दिए है। नियुक्ति होने तक स्थानीय वरिष्ठ चिकित्सक को चार्ज देकर काम शुरू करवाएंगे।
– डॉ. महेश वर्मा, सीएमएचओ, नागौर

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