मेड़ता सिटी. एक लाख टीन के सौदे…। मेड़ता ने यह साबित कर दिया कि प्रदेश में बीकानेर के बाद मेड़ता में तेल का सबसे बड़ा बाजार है। मेड़ता के तेल बाजार में दिवाली के दो दिनों में जमकर धनवर्षा हुई। दिवाली के हुए नए कारोबारी सौदों के चलते मूंगफली तेल के भाव 100 रुपए प्रतिटीनलुढ़कर बोले गए। जिससे तेल बाजार में अच्छा कारोबार हुआ। सोया व पाम ऑयल के बढ़े भावों की वजह से मूंगफली व रिफाइण्ड तेल के सौदे पिछली साल से अधिक हुआ। जिससे कारोबारिक दृष्टि से तेल इंडस्ट्रीज में धन बरसा।
दरअसल, मेड़ता तेल बाजार में हर साल दिवाली के दिनों में तेल के कारोबारिक सौदे होते हैं। जिसके बाद तेल के भाव घटते-बढ़ते हैं। इस बार भी दिवाली पर गादी स्थापना एवं लक्ष्मी पूजन के बाद और अगले दिन रामा-श्यामा को तेल बाजार में सौदे हुए। अब सोयाबीन और पाम ऑयल के बढ़े भावों की वजह से इस बार मूंगफली व रिफाइण्ड तेल के सौदे जमकर हुए। प्रदेश के कई जिलों सहित मेड़ता एवं आसपास के कस्बों वाले होलसेलर व्यापारी, हलवाई, केटरिंग सहित स्टॉकिस्टों ने किए। हालांकि इस साल पिछली बार की तुलना में मूंगफली तेल की बिक्री अधिक हुई। वहीं अधिक भावों की वजह से सोया तेल के सौदे कम हुए। जिससे मेड़ता तेल बाजार में करोड़ों रुपए का व्यापार हुआ।
मूंगफली की तुलना में सोया तेल के भाव तेज, इसलिए निकली रही डिमांड तेल व्यापारी नरेंद्र सेठिया ने बताया कि दरअसल, इस बार मूंगफली तेल की तुलना में सोया तेल के भाव अधिक होने की वजह से सौदों पर असर पड़ा। वहीं सोया के मुकाबले मूंगफली तेल की डिमांड अधिक निकली। उल्लेखनीय है कि मेड़ता तेल कारोबारियों की ओर से किए जाने वाले दीपावली सौदों की धारणा को लेकर तेल व्यापारियोें की निगाहें मेड़ता के तेल बाजार पर टिकी रहती है।
मेड़ता से प्रदेश में इन जगहों पर होते हैं सौदे उल्लेखनीय है कि मेड़ता में स्थानीय व्यापारी, हलवाईयों से सौदों के अलावा प्रदेश के नागौर, ब्यावर, किशनगढ़, भीलवाड़ा, सोजत, पाली, जोधपुर, जयपुर, उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, बाड़मेर, जैसलमेर सहित अलग-अलग मंडियों के व्यापारियों, स्टॉकिस्टों से फोन पर ही सौदे होते हैं। इसी के चलते तेल के क्षेत्र में मेड़ता का एक नाम है और व्यापारी यहां के तेल पर भरोसा करते हैं।
इस तरह खुले दिवाली सौदों के भाव ब्रांड भाव महालक्ष्मी 2500 पोस्टमैन 2460 पावरमैन 2450 मीरा एगमार्क मूंगफली 2500 श्याम मूंगफली 2421 श्याम रिफाइण्ड 2251 भारत माता मूंगफली 2401
1. एक लाख टीन के हुए सौदे “मेड़ता में इस बार दिवाली पर 1 लाख टीन के सौदे हुए हैं। यह विगत वर्ष से अधिक है। जिसका कारण पाम व सोयाबीन तेल के भावों में तेजी का होना है। तेल के भावों के जो सौदे हुए वो माल नवंबर में निकल जाएगा।’
– गौतम टाक, रीको इंडस्ट्रीज एसोसिएशन अध्यक्ष व प्रमुख तेल व्यापारी। “2. अधिकांश जिलों में तेल के सौदे’ सोया, पाम ऑयल के भाव अधिक होने से मूंगफली तेल की पूरे प्रदेश में अच्छी बिक्री हुई। दिवाली से पहले और सौदों के बाद सभी तेल के भावों में 100 रुपए प्रतिटीन का अंतर रहा। मेड़ता से प्रदेश में अधिकांश जिलों में तेल के सौदे हुए।
– माणकचंद दरक, प्रमुख मूंगफली तेल व्यापारी।