गौरतलब है कि मूंग का एमएसपी 8,682 रुपए प्रति क्विंटल है, जबकि मंडी में मूंग साढ़े 7 हजार रुपए प्रति क्विंटल से नीचे बिक रहे हैं। ऐसे में किसानों को एक क्विंटल पर ही 1500 रुपए से ज्यादा का नुकसान हो रहा है। व्यापारियों का कहना है कि अच्छे से अच्छा मूंग 7700 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है, जबकि सामान्य मूंग तो 7000 रुपए प्रति क्विंटल बिक रहा है। ऐसे में किसानों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसलिए किसानों की मांग है कि सरकार को मूंग खरीद के लिए एक बार फिर पार्टल खोलकर टोकन काटने चाहिए, ताकि वंचित किसानों को एमएसपी पर मूंग बेचने का लाभ मिल सके।
एमएसपी पर खरीद की मात्रा बढ़े गौरतलब है कि नागौर व डीडवाना-कुचामन में एमएसपी पर मूंग खरीदने के लिए सरकार ने कुल 32,595 किसानों के टोकन काटे हैं, जो कुल उत्पादन का मात्र 25 फीसदी है। ऐसे में 75 फीसदी मूंग मंडियों में बेचा जाना है, जहां किसानों को उचित भाव नहीं मिल रहे हैं। नागौर जिले में कुल 21,805 मूंग खरीद टोकन काटे गए, जिनमें से 12 दिसम्बर तक 10,537 किसानों से 2,28,130 क्विंटल मूंग की खरीद हो पाई। इसी प्रकार डीडवाना-कुचामन जिले में कुल 10,790 टोकन काटे गए, जिनमें 7,584 किसानों से 1,81,207 क्विंटल मूंग खरीदा जा चुका है। मूंग की खरीद 15 जनवरी तक होगी।
मंडी यूं गिरी मूंग की आवक दिन – आवक 2 दिसम्बर – 5468 3 दिसम्बर – 4270 5 दिसम्बर – 5528 6 दिसम्बर – 5094 7 दिसम्बर – 5299
9 दिसम्बर – 5469 10 दिसम्बर – 5508 11 दिसम्बर – 4685 12 दिसम्बर – 4236 13 दिसम्बर – 4078 14 दिसम्बर – 4056 नोट – मूंग की आवक क्विंटल में।
किसानों को हो रहा नुकसान बाजार में मूंग के भाव गिरने से किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। एमएसपी के बराबर बाजार में भाव मिले तो ही मूंग की खेती में किसान को लाभ होता है। सरकार पूरा मूंग खरीदती नहीं और मंडी में भाव पूरे मिलते नहीं, ऐसे में किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। सरकार को चाहिए कि एमएसपी पर मूंग खरीद की मात्रा बढ़ाए, ताकि अधिक से अधिक किसान लाभान्वित हो सके। जब मंडी में मूंग कम आएगा तो स्वत: ही भाव बढ़ जाएंगे।
– रामनिवास, किसान मंडी में मूंग की आवक कम हुई मंडी में 10 दिसम्बर के बाद मूंग की आवक में कमी आई है। पहले जहां साढ़े पांच हजार क्विंटल मूंग प्रति दिन आता था, वहां अब 4000 हजार क्विंटल ही आ रहा है।
– रघुनाथराम सिंवर, सचिव, कृषि उपज मंडी, नागौर