नागौर

VIDEO…रामदेव पशु मेला आयोजन में खानापूर्ति नहीं, बल्कि प्रशासन को पूरी दिलचस्पी लेनी होगी, तभी मेला का बढ़ेगा क्रेज

-शहर के पशु प्रदर्शनी स्थल पर लगने वाले रामदेव पशु मेला के प्रति वर्ष घटते क्रेज को बढ़ाने को लेकर महिलाओं से हुई बातचीत में मिले सुझाव

नागौरDec 29, 2023 / 09:49 pm

Sharad Shukla

The administration will have to take full interest in organizing the Ramdev Cattle Fair, not just food, only then the craze for the fair will increase

नागौर. पशु प्रदर्शनी स्थल में लगने वाले रामदेव पशु मेला का के्रेज पिछले कुछ सालों में तेजी से घटा है। इसमें न केवल पशुओं की आवक कम हुई है, बल्कि विभिन्न राज्यों से आने वाले पशु पालकों की संख्या भी घटी है। बदलते समय के साथ ही अब पशु मेला को नए कलेवर में किए जाने को लेकर महिलाओं से चर्चा की गई तो उनका कहना था कि मेला में सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ परिवर्तन करना होगा। इसके साथ ही मेला आयेाजन में केवल पशुपालन ही नहीं, बल्कि प्रशासन व इसके तमाम विभागों मिलजुलकर काम करना होगा। हालांकि रामदेव पशु मेला समिति का अध्यक्ष जिला कलक्टर जरूर होते हैं, लेकिन वह उद्घाटन करने आते हैं, और चले जाते हैं। इससे काम नहीं चलेगा। इसमें पूरी दिलचस्पी लेनी होगी प्रशासन की। मेला का संचालन मिलकर करना होगा, तभी बात बन सकती है। अन्यथा रामदेव पशु मेला इस बार भी केवल औपचारिक मेला ही बनकर रह जाएगा।
मिलकर चलाना होगा मेला
हर साल उद्घाटन करने के बाद पशुपालन विभाग के भरोसे मेला छोडकऱ अधिकारी चले जाते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। यहां पर दुकानों एवं पशु पालकों के लिए माकूल प्रबन्ध करने के साथ ही निगरानी के लिए प्रशासनिक टीम भी होनी चाहिए। यह टीम मेला पर नजर रखने के साथ ही इसमें मेला के स्वरूप को नए कलेवर में बसाने में मदद भी करे, तभी बात बनेगी।
शोभा राटी, शहरवासी
पशु मेला में महिलाओं एवं अन्य सभी उम्र वर्ग के लोगों को देखकर दुकानें भी लगवानी चाहिए। ताकि बाहर से आने वाले पशुपालकों के साथ ही स्थानीय लोग भी मेला में आए तो खरीदारी करने में दिलचस्पी लें। इसके लिए पशुओं को एक सिरे में रखकर मैदान में पशु मेला लगने की अवधि तक बाजार भी बसाना चाहिए।
कृष्णा बजाज, शहरवासी
पशु पालन से जुड़े नए तकनीकों और उन्नत प्रणालियों का आदान-प्रदान करना होगा। ताकि ताकि पशुपालक समझें कैसे उनके पशुओं की देखभाल में सुधार किया जा सकता है। पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए लोगों को रोजगार समर्थन प्रदान करना होगा। जिससे यह समुदाय मजबूत हो सकता है।
मंजू सोनी, शहरवासी
सरकार को पशु मेला में क्रय होने वाले पशुओं के परिवहन के लिए रेलवे की सुविधा भी अनिवार्य रूप से उपलब्ध करानी होगी। प्राइवेट गाडिय़ों से परिवहन करने की स्थिति में असुविधा के साथ ही पैसा भी ज्यादा लग जाता है। पशुपालकों को गुड्स ट्रेन की सुविधा मिलेगी तो निश्चित रूप से रामदेव पशु मेला का क्रेज बढ़ेगा।
बसंती राठी, शहरवासी

Hindi News / Nagaur / VIDEO…रामदेव पशु मेला आयोजन में खानापूर्ति नहीं, बल्कि प्रशासन को पूरी दिलचस्पी लेनी होगी, तभी मेला का बढ़ेगा क्रेज

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.