विभागीय सूत्रों की मानें तो आधिकारिक रूप से 90 करोड़ तो वेतन, पेंशन राशि बकाया है। करीब तीन साल की बोनस राशि सहित अन्य परिलाभ जोड़ने पर बकाया राशि का आकंड़ा करीब डेढ़ गुना बढ़ जाता है। दीपावली पर बोनस का इंतजार कर रहे थे, जबकि उन्हें अक्टूबर माह का वेतन तक नहीं मिला। सेवानिवृत्त कर्मचारियों को पेंशन नहीं दी गई। इसे लेकर अधिकारियों के साथ ही चालक, परिचालक, तकनीकी कर्मियों व निरीक्षकों में असंतोष है।
कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों का कहना है कि करीब तीन साल पहले बोनस और एक्सग्रेसिया की राशि बराबर मिलती रही है। अब नहीं दी जा रही है। अकेले बोनस की बकाया राशि का आंकड़ा ही करीब 21 करोड़ पहुंच चुका है।
यह है भुगतान का गणित…
वेतन पर प्रतिमाह की राशि- करीब 55 करोड़कुल कार्यरत कर्मचारियों की संख्या- 11,742
सेवानिवृत कर्मियों की संख्या- लगभग 8 हजार
सेवानिवृत कर्मचारियों की बकाया पेंशन राशि- 35 करोड़
कर्मचारियों से भेदभाव
राज्य सरकार ने सभी कर्मचारियों को अक्टूबर माह का वेतन दीपावली से पूर्व देने एवं एसग्रेसिया का भुगतान करने के आदेश दिए थे। रोडवेज कर्मचारियों के साथ भेदभाव करना अनुचित है। लगभग 7 करोड़ के वित्तीय भार मेंभुगतान हो सकता था, लेकिन निगम प्रबंधन की मानसिकता में ही खोट है।
- सत्यनारायण शर्मा, प्रदेश महामंत्री, आरएसआरटीसी संयुक्त कर्मचारी फैडरेशन
- शुभ्रा सिंह, अध्यक्ष, आरएसआरटीसी, जयपुर
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