असल में बीकानेर रेलवे फाटक पर बन रहे आरओबी का निर्माण कार्य अटका पड़ा है। काम शुरू हो इसके लिए आवश्यक है कि बीकानेर रेलवे फाटक को करीब 88 दिन बंद रखना पड़ेगा। यातायात के सुचारू संचालन के साथ लोगों की परेशानी को देखते हुए वैकल्पिक मार्ग की आवश्यकता है। इसके चलते नागौर एसडीएम सुनील कुमार की अध्यक्षता में शनिवार को एसडीएम कार्यालय में इस मुद्दे पर बैठक हुई। बैठक में एसडीएम सुनील कुमार ने कहा कि फाटक बंद होने पर सुरक्षा के साथ ट्रेफिक समस्या उत्पन्न होगी।
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ऐसे में पब्लिक की राहत के लिए वैकल्पिक मार्ग की आवश्यकता थी, इसके लिए भाजपा नेता मिर्धा की अगुवाई में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ किसानों के बीच बातचीत हुई। इस दौरान किसानों ने अपना पक्ष रखते हुए वैकल्पिक मार्ग के लिए अस्थाई रूप से जमीन देने पर सहमति जता दी। मिर्धा के साथ माली समाज के अध्यक्ष कृपाराम देवड़ा ने इन किसानों का सम्मान किया। बीकानेर रेलवे फाटक बंद होने के बाद यहां से डीडवाना बायपास फाटक तक वैकल्पिक मार्ग बन जाएगा ताकि ना ट्रेफिक की मुश्किल होगी ना ही लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा। बताया जाता है कि इस सहमति के बाद आरओबी निर्माण में तेजी आएगी। बीकानेर फाटक पर अगले सप्ताह से पुलिया के निर्माण कार्य का आगाज होगा। बीकानेर फाटक बंद होने पर एफ सीआई गोदाम के पास डीडवाना बायपास रेल फाटक तक वैकल्पिक रास्ता बनेगा। इस दौरान एसडीएम सुनील कुमार, हुकमीचंद टाक, जुगलकिशोर सदावत, अर्जुनराम मेहरिया समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
दिलाया समाधान का भरोसा
नागौर शहर के मानेसर स्थित पशु मेला मैदान में बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के स्थान परिवर्तन को लेकर स्थानीय लोगों ने ज्योति मिर्धा को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने अधिकारियों से चर्चा कर समस्या के उचित समाधान का भरोसा दिलाया। सरपंच जानकी समेत दर्जनों लोग मौके पर मौजूद थे।