नागौर

रियासतकालीन दरवाजों के बीच से गुजरने पर मिलेगा रजवाड़ी अहसास

मूल स्वरूप में नजर आएंगे शहर के पोल व ऐतिहासिक दरवाजें, दीपावली से पहले कायाकल्प एवं सौंदर्यकरण का निर्णय

नागौरOct 23, 2020 / 10:50 pm

Jitesh kumar Rawal

नागौर. शहर का नकास दरवाजा

नागौर. रियासतकालीन दरवाजों के बीच से गुजरने पर जल्द ही रजवाड़ी अहसास होने वाला है। नगर परिषद ने शहर की ऐतिहासिक पोल एवं दरवाजों का सौंदर्यकरण करवाने का निर्णय लिया है। इसके तहत दीपावली से पहले इनका कायाकल्प किया जाएगा। योजना के तहत दरवाजों को मूल स्वरूप में रखा जाएगा। सौंदर्य के लिए इनकी मरम्मत एवं रंग-रोगन करेंगे। विभिन्न दिशाओं में स्थापित ऐतिहासिक दरवाजों के सौंदर्यन एवं रूप निखार से शहर में प्रवेश करने वाले आगंतुक भी ऐतिहासिक धरोहर से रूबरू हो सकेंगे।
दरवाजों के बीच था शहर
नागौर शहर पूर्व में इन दरवाजों के भीतर ही स्थापित था। बाद में आबादी विस्तार हुआ तो दरवाजों के बाहर भी बसावट होने लगी। ऐसे में ये दरवाजे अब एक तरह से शहर के बीच में आ गए हैं। आवाजाही के दौरान इन दरवाजों में से ही गुजरना होता है।
अभी चूना झर रहा और पत्थर खिसक रहे
देखरेख के अभाव में ऐतिहासिक दरवाजें अब जर्जर हो रहे हैं। सौंदर्यन योजना के तहत इनकी मरम्मत करवाई जाएगी। साथ ही मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए रंग-रोगन किया जाएगा। कायाकल्प होने से दरवाजों को मजबूती मिलेगी। फिलवक्त रख-रखाव नहीं होने से दरवाजों की स्थिति दिनोंदिन बिगड़ रही है। अभी किसी में चूना झर रहा है तो किसी के पत्थर खिसक रहे हैं।
फैक्ट फाइल
– अभी शहर में कुल 6 दरवाजें हैं
– दिल्ली, नकास, कुम्हारी, अजमेरी, माही व नया दरवाजा
– सौंदर्यन में शामिल हैं दो पोल
– हाथी पोल, अमर टॉवर (दोनों गांधी चौक के पास)

जल्द काम शुरू होगा…
दीपावली से पहले शहर के छह दरवाजों व दो पोल का सौंदर्यन किया जाएगा। इसके लिए टैंडर हो चुके हैं। जल्द ही काम शुरू करवाएंगे।
– जोधाराम बिश्नोई, आयुक्त, नगर परिषद, नागौर

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