दरअसल, बीजपी एवं कांग्रेस सभी सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए हैं। BAP-RLP ने भी अपने प्रभाव वाली सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। खींवसर में हनुमान बेनीवाल ने अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को टिकट दिया है। इसी कड़ी में आज बीजेपी, कांग्रेस और बाप पार्टी के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया है।
इस वजह से भाई का काटा टिकट
सूत्रों के मुताबिक खींवसर में कल तक हनुमान बेनीवाल के भाई नारायण बेनीवाल के भाई का नाम आगे चल रहा था। लेकिन देर रात कांग्रेस ने अपनी लिस्ट जारी की, जिसमें उन्होंने गठबंधन पर ब्रेक लगाते हुए यहां से महिला उम्मीदवार रतन चौधरी को मैदान में उतारा है। इसके बाद हनुमान बेनीवाल ने भी महिला कार्ड की काट निकालते हुए अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को टिकट दिया है। इसके बाद यहां अब त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। बता दें, खींवसर हनुमान बेनीवाल की परंपरागत सीट है और उनके लिए यहां की जीत प्रतिष्ठा का सवाल बनी हुई है। इसलिए हनुमान बेनीवाल कोई खतरा नहीं उठाना चाहते। क्योंकि 2023 के चुनावों में हनुमान बेनीवाल बीजेपी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा से मामूली अंतर से हारे थे। इसलिए इस बार उनके लिए यहां से जीत पाना आसान नहीं होगा।
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इससे पहले हनुमान बेनीवाल ने बुधवार को अपने आवास पर कार्यकर्ताओं की मीटिंग में कहा था कि ये चुनाव हम सबकी प्रतिष्ठा का चुनाव है, अगर ये चुनाव हम जीतेंगे तो लिखा जाएगा कि खींवसर की जनता और रालोपा जीत गयी…अगर हार गए तो ये लिखा जायेगा कि RLP मिट गयी राजस्थान से..RLP का राजस्थान विधानसभा में कोई विधायक नहीं रहा।इन सीटों पर होगा उपचुनाव
गौरतलब है कि 13 नवंबर को राजस्थान की 7 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। प्रदेश की रामगढ़ (अलवर), दौसा, झुंझुनूं और देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी और सलूंबर सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है। 2023 के विधानसभा चुनाव के परिणामों में इनमें से भाजपा के पास केवल 1 सीट थी, वहीं कांग्रेस के पास 4 सीटें थी। इसके अलावा एक सीट बाप और एक सीट RLP के पास थी। बता दें, राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के लिए नोमिनेशन की आखिरी तारीख 25 अक्टूबर है, प्रत्याशी 30 अक्टूबर तक नाम वापस ले सकेंगे। जबकि 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे, इसके बाद 23 नवंबर को रिजल्ट की घोषणा होगी।