मुख्यमंत्री के नाम एडीएम को सौंपा ज्ञापन, आरोपियों को गिरतार करने की मांग
3/11
नागौर. शहर के नया दरवाजा हनुमान मंदिर के पीछे स्थित सेन समाज के भवन व मंदिर में तीन दिन पहले मूर्तियां तोड़ने वालों के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं होने पर सोमवार को सेन समाज के लोगों ने आक्रोश जताया।
4/11
सेन समाज के अध्यक्ष सुंदरलाल सेन, सचिव ओमप्रकाश सेन, उपाध्यक्ष मोहन सेन, जिला परिषद सदस्य ओमप्रकाश सेन, जालाराम सेन, रुघाराम सेन आदि के नेतृत्व में समाज के सैकड़ों पुरुषों एवं महिलाओं ने मंदिर से कलक्ट्रेट तक रैली निकालकर
5/11
आरोपियों को गिरतार करने की मांग की। समाज के लोगों ने मुयमंत्री के नाम एडीएम चपालाल जीनगर को ज्ञापन सौंपा।
6/11
ज्ञापन में बताया कि मंदिर में सेनजी महाराज की मूर्ति, रामदास महाराज की मूर्ति व भगवान की तस्वीरें स्थापित की हुई थी। पूरे समाज की इस मंदिर व कुलदेवता में आस्था है। यहां चपालाल साद को सेवा पूजा, करने व भवन की सार संभाल के लिए पुजारी के रूप में रखा हुआ था। उनकी अब मृत्यु हो चुकी है।
7/11
एक दो वर्षों से राजेश व नन्दकिशोर पुत्र चपालाल ने वहां पर अनाधिकृत कब्जा कर रखा है। वे भवन परिसर में बने कमरे में परिवार सहित रहते हैं। गत 28 सितबर को पुजारियों , उनकी पत्नियों व परिवार वालों ने मिलकर मंदिर में स्थापित मूर्तियों को तोड़ दिया । इसे लेकर कोतवाली थाने में भी मामला दर्ज कराया,
8/11
नागौर. सेनजी की मूर्ति तोड़ने के विरोध में कलक्ट्रेट में सेन समाज के प्रतिनिधियों से ज्ञापन लेते एडीएम जीनगर।
9/11
लेकिन पुलिस ने शांतिभंग में दोनों पुजारियों को एक दिन के लिए गिरतार कर छोड़ दिया। अब आरोपी पूरे समाज भवन पर कब्जा करने की धमकी दे रहे हैं। इससे समाज में रोष व्याप्त है। समाज के लोगों ने पुजारियों को मंदिर व समाज भवन से बाहर निकालने और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उचित कार्रवाई नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी भी दी।
10/11
उसके बाद ज्ञापन देने आए सभी लोग अंदर प्रवेश कर गए और नारेबाजी की। इसके बाद एडीएम को बाहर आकर ज्ञापन लेने के लिए कहा। जिस पर एडीएम ने ज्ञापन लिया और सेन समाज के लोगों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
11/11
कलक्ट्रेट में घुसी भीड़ ज्ञापन देने के लिए सेन समाज के लोग काफी संया में कलक्ट्रेट पहुंचे। पुलिस ने कलक्ट्रेट का दरवाजा बंद कर उन्हें रोकने का प्रयास किया। पुलिस ने केवल प्रतिनिधि मंडल को ही अंदर जाने के लिए कहा, लेकिन समाज के लोग अड़ गए और प्रदर्शन करने लगे। आखिरकार पुलिस ने दरवाजा खोल दिया।