विचार-विमर्श से एनएसएस में कुछ नयापन लाएं कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए मिर्धा कॉलेज की प्राचार्य सुनीता गुप्ता ने कहा कि एनएसएस अधिकारियों को पारस्परिक विचार-विमर्श कर कुछ नयापन लाना चाहिए। सेठ किशनलाल कांकरिया स्कूल के व्याख्याता शिव शंकर व्यास ने एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों को कड़ी मेहनत एवं अनुकरणी आचरण की सीख दी। उद्घाटन सत्र में शिक्षक मेहराज नगवाडिय़ा ने स्थानीय ईकाई एवं स्वयंसेवकों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। डॉ. रामकरण डूकिया ने संस्कारित जीवन जीने की सीख दी। छात्रसंघ अध्यक्ष सुरेन्द्र दौतड़ ने मिर्धा कॉलेज एनएसएस इकाई की कार्यप्रणाली की सराहना की। उप प्राचार्य रामूराम राइका ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर शिक्षक मोहम्मद सद्दीक, पूर्व पार्षद असगर अली, रामेश्वर सांगवा, जसवंतसिंह, डॉ. रणजीत पूनिया, डॉ. हरसुख छरंग, प्रो.सुरेन्द्र कागट, डॉ. अनुपम, रामनिवास, अनिल धोलिया, उम्मेदराम जाजड़ा, निर्मला मांझू, प्रो. दर्शनसिंह, दौलतराम सारण, छात्रसंघ सचिव पूनाराम मेघवाल आदि मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन एनएसएस प्रभारी डॉ. शंकरलाल जाखड़ ने किया।