मेड़ता सिटी. अब कक्षा 9 से 12 के लिए होने वाली जिला समान परीक्षा नहीं होगी। राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग ने नियमों में बदलाव करते हुए जिला समान परीक्षा को राज्य स्तरीय कर दिया है। यानी अब बोर्ड कक्षाओं की तर्ज पर प्रदेश के सभी जिलों के निजी व सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा 9 और 11वीं के विद्यार्थियों के लिए अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षाओं में एक जैसे पेपर आएंगे। इस बदलाव को लेकर शिक्षा विभाग तैयार है।
दरअसल, वर्तमान व्यवस्था के तहत कक्षा 9 से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षा जिला समान परीक्षा के अंतर्गत होती है। जिसके तहत जिला स्तर पर ही अर्द्ध वार्षिक परीक्षा के परचे तैयार होते हैं। वहीं, वार्षिक परीक्षा के तहत कक्षा 10वीं व 12वीं के पेपर राज्य स्तर पर तैयार होते हैं और 9वीं और 11वीं के जिला स्तर पर ही। लेकिन अब शिक्षा विभाग ने इस व्यवस्था को भी बदल दिया है। जिस तरह कक्षा 10वीं और 12वीं बोर्ड के फाइनल एग्जाम के पेपर राज्य स्तर पर तैयार होते हैं वैसे ही अर्द्धवार्षिक और कक्षा 9वीं और 11वीं के अर्द्धवार्षिक-वार्षिक दोनों ही पेपर राज्य स्तर पर ही बनाए जाएंगे। यानी प्रदेश के सभी जिलों में अब कक्षा 9 से 12वीं तक अर्द्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षा के एग्जाम पेपर राज्य स्तर पर ही बनेंगे।
पहले प्रत्येक जिले के होते थे अलग-अलग पेपर दरअसल, पहले व्यवस्था के तहत जिला समान परीक्षा को लेकर राज्य के सभी जिलों में कक्षा 9, 11वीं के वार्षिक और अर्द्धवार्षिक एवं कक्षा 10,12वीं के अर्द्धवार्षिक परीक्षा के पेपर अलग-अलग पेपर बनाए जाते थे। लेकिन अब नियम में बदलाव हो गया है तो प्रदेश के सभी जिलों के लिए कक्षा 9 से 12वीं तक अर्द्धवार्षिक व वार्षिक एग्जाम के पेपर राज्य स्तर पर ही बनेंगे। उल्लेखनीय है कि नागौर की जिला समान परीक्षा का केंद्र मेड़ता में था।
कक्षा 9 से 12वीं के विद्यार्थियों की 3 दिन में पोर्टल पर अपडेट करनी होगी संख्या इन नियमों में बदलाव के बाद जिला मुख्य शिक्षा अधिकारी नागौर ने आदेश जारी कर कक्षा 9 से 12वीं तक के विद्यार्थियों की संख्या 3 दिन में पोर्टल पर अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या शाला दर्पण तो निजी विद्यालयों के विद्यार्थियों की संख्या पीसीपी पोर्टल पर अपडेट की जानी है।
कक्षा 8वीं तक स्कूल स्तर पर ही तैयार होते हैं पेपर दरअसल, प्रदेश के कक्षा 6, 7, 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों की परीक्षा के लिए स्कूल स्तर पर ही पेपर तैयार किए जाते हैं। क्योंकि यह आरटीई का नियम है कि कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों पर परीक्षा का कोई प्रेशर ना पड़े और बच्चे स्वच्छंद वातावरण में शिक्षण कर सके इसको लेकर विद्यालय स्तर पर ही इन कक्षाओं की परीक्षाओं का संचालन किया जाता है। वहीं 9, 10, 11 व 12 के विद्यार्थियों के लिए राज्य स्तरीय समान परीक्षा होगी।