– सामुदायिक भवन में भी नही सुविधाएं -जिम्मेदारों की अनदेखी से ताले में बन्द पड़ी सरकारी योजना डीडवाना. सरकार की योजनाओं को क्रियान्वित कराने वालों की लापवाही से जरूरतमंद को योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाता। सरकार ने निर्धन व निराश्रितों को रात में सर्दी से बचाने के लिए रैन बसेरा खोल रखे हैं, लेकिन इनके संचालन की जिम्मेदारी जिनके कंधों पर है वे बेपरवाह होने से लोगों को सर्द रातों में ठिठुरने को मजबूर होना पड रहा है।
शहर में नगरपरिषद की अनदेखी के कारण ताला लटका हुआ है। सर्दी के मौसम में ठिठुरन की वजह से रजाई भी गर्मी नहीं दे पा रही है। ऐसे सर्द मौसम में कमजोर व असहाय लोग बाहर ठिठुरने को मजबूर है। नगर परिषद स्थाई व अस्थाई रेन बसेरे संचालित करती है, जहां बिस्तर, रजाई, पीने के पानी सहित अन्य व्यवस्थाएं रहती है। शहर में नगर परिषद का स्थाई रैन-बसेरा बना हुआ है । रात को इनकी पड़ता की गई तो ताले लटके मिले।
शीतल कुंड के पास पत्रिका टीम शीतल कुंड के पास बने स्थाई रैन बसेरा पहुंची तो वहां दरवाजे पर ताला लटका मिला। इसके बाद टीम दशहरा मेला मैदान स्थित सामुदायिक भवन पहुंची, यहां पहले अस्थाई रेन बसेरा संचालित होता था । यहां एक कार्मिक चारपाई पर सोया मिला, जबकि अस्थाई रेन बसेरे जैसा कुछ नहीं था।
इनका कहना- स्थाई रैन बसेरा पिछले 15 दिन से चालू है, यदि ताला लगा हुआ था तो जानकारी लेकर कार्रवाई करते है। देवीलाल बोचलिया, आयुक्त नगरपरिषद।