नागौर. कृषि प्रधान नागौर जिले के किसानों को परम्परागत खेती से निकालकर आधुनिक कृषकों की श्रेणी में खड़ा करने के लिए केन्द्र सरकार ने जिले को बड़ा तोहफा दिया है। मूंग एवं मोठ की बड़े स्तर पर खेती करने वाले नागौर के किसानों से अब दालों का गुणवता वाला बीज उत्पादन कराया जाएगा। इस प्रोजेक्ट के तहत केन्द्र सरकार ने नागौर को डेढ़ करोड़ का बजट दिया है। आगामी खरीफ सीजन में कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर के निर्देशन में इस प्रोजेक्ट के तहत काम शुरू कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि नागौर जिले में खरीफ के सीजन में ११ से १२ लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुआई की जाती है, इसमें दलहन फसलों की बुआई करीब ३ लाख हैक्टेयर से अधिक होती है। गत वर्ष अकेले मूंग की बुआई ३ लाख हैक्टेयर से अधिक हुई थी। बैमोसम बारिश होने के बावजूद नागौर में मूंग की अच्छी पैदावार हुई। बड़े स्तर पर होने वाली दहलन फसलों की बुआई के लिए बीज की भी बड़ी मात्रा में आवश्यकता रहती है। अब तक ज्यादातर बीज बाहरी राज्यों से मंगाना पड़ता था, जिसके लिए किसानों को खर्चा भी ज्यादा करना पड़ता है।
खरीदने की बजाय बेचेंगे बीज
नागौर में दालों के गुणवता युक्त बीज तैयार करने के लिए जिले को हब बनाया जाएगा। अब तक नागौर के किसान बीज खरीदकर मूंग, मोठ सहित अन्य दलहन जिंस मंडियों में बेचते हैं, जिसके कारण उन्हें कम लाभ होता है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार केन्द्र सरकार द्वारा स्वीकृत किए गए प्रोजेक्ट के तहत किसानों से दलहन फसलों के बीज तैयार करवाए जाएंगे, जिनके बदले उन्हें सामान्य फसल से डेढ़ से दो गुना दाम मिलेंगे। इससे किसानों का स्तर सुधरेगा और कृषि के क्षेत्र में जिला विकास करेगा।
कृषि कॉलेज की स्थिति सुधारने के प्रयास
जोधपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति बलराजसिंह चौधरी ने बताया कि नागौर की कृषि कॉलेज के विद्यार्थियों के प्रेक्टिकल हो लेकर आ रही समस्या का समाधान पूरी तरह कर दिया है। विद्यार्थियों को बस द्वारा जोधपुर विश्वविद्यालय ले जाकर प्रेक्टिकल करवाए जा रहे हैं। नागौर कृषि कॉलेज के लिए एक बस की स्वीकृति दी गई है, जो मार्च से पहले खरीद ली जाएगी। कॉलेज स्टाफ के लिए भी एक जीप खरीदने की स्वीकृति मिली है। रविवार को नागौर दौरे पर आए केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी से चर्चा के दौरान कुलपति चौधरी ने बताया कि कॉलेज के भवन एवं चार दीवारी का काम तेजी से चल रहा है।
नागौर को करेंगे मजबूत
दालों के बीज उत्पादन के लिए नागौर जिले को केन्द्र सरकार के कृषि मंत्रालय से डेढ़ करोड़ का प्रोजेक्ट दिलाया है। नागौर जिले के किसानों को मजबूत करने के लिए कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर के प्रयासों से यह बड़ी उपलब्धि मिली है।
– बलराजसिंह चौधरी, कुलपति, कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर
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