इसके बाद रानी नगर के हॉस्पिटल में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली। शनिवार की सुबह पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंची, जहां दोपहर को सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
वैपन डिपॉजिट करते समय चली गोली
बीएसएफ के इंस्पेक्टर रमेश कुमार ने जानकारी दी कि नागौर जिले के पुंदलू गांव निवासी धाराराम कमेड़िया (45) बहादुर जवान थे। वे पिछले 25 साल से बीएसएफ में तैनात थे। जब भी जवान अपनी ड्यूटी से वापस लौटते हैं तो वैपन को डिपॉजिट करते हैं। इस दौरान उन्हें चेक किया जाता है। गुरुवार की देर शाम वैपन जमा करते समय धाराराम वैपन चेक कर रहे थे। इस दौरान एक्सीडेंटल मिस फायर होने से हादसा हुआ। धाराराम के शहीद होने की जानकारी मिलते ही उनके पैतृक गांव पुंदलू में शोक की लहर छा गई। शनिवार सुबह पार्थिव देह गांव पहुंची तो शहीद धाराराम कमेड़िया अमर रहे के जयघोष लगाए गए।