एक नजर : नागौर मेडिकल कॉलेज
– कुल राशि 325 करोड़
– 195 करोड़ भारत सरकार का हिस्सा
– 130 करोड़ राज्य सरकार का हिस्सा
– 9 मार्च, 2022 को किया था शिलान्यास
– 15 महीने में पूरा करना था एकेडमिक ब्लॉक का काम
7 महीने पहले आरयूएचएस से मिल चुकी संबद्धता
नागौर जिला मुख्यालय की मेडिकल कॉलेज को सितम्बर 2023 में राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) ने संबद्धता जारी कर दी थी। जिसके तहत कॉलेज को एमबीबीएस की 100 सीट मिली है। अब नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) का निरीक्षण होना है, इससे पहले प्रथम वर्ष के हिसाब से स्टाफ की नियुक्ति, लैब इक्विपमेंट आदि आने हैं, लेकिन काम की गति धीमी होने से मामला खटाई में पड़ सकता है।
निर्माण कार्य भी चल रहा है धीमा
मेडिकल कॉलेज के एकेडमिक भवन एवं छात्रावास सहित अन्य भवनों का काम काफी धीमी गति से चल रहा है। 15 महीने की बजाए 25 महीने बीतने के बावजूद काम अधूरा पड़ा है। कॉलेज को आवंटित 100 बीघा जमीन की चार दीवारी का काम आरएसआरडीसी को करना था, लेकिन अब तक काम शुरू ही नहीं हो पाया है, शुरू करने के बाद पूरा करने में छह महीने से अधिक समय लगेगा।
राजमेस को पत्र लिख दिया
नागौर मेडिकल कॉलेज में स्टाफ की नियुक्ति व इक्विपमेंट देने के लिए एनएमसी ने गत 4 अप्रेल को नोटिस भेजा था, जिसके बाद मैंने राजमेस को पत्र लिखकर अवगत करवा दिया। क्योंकि एनएमसी ने जो कमियां बताई हैं, वे राजमेस के स्तर से ही पूरी की जानी है।
– डॉ. महेश पंवार, पीएमओ, जेएलएन अस्पताल, नागौर