नागौर

चार माह चला अभियान, शहर फिर भी बदहाल

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नागौरOct 16, 2018 / 10:09 pm

Dharmendra gaur

चार माह चला अभियान, नागौर शहर फिर भी बदहाल

वार्डों में कई दिनों तक नहीं उठता कचरा
नागौर. शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए गत नगर परिषद ने चार माह में कई बार अभियान चलाए फिर भी शहर बदहाल है। जून, अगस्त व सितम्बर 2018 में अलग-अलग समय में वार्डवार सफाई अभियान चलाने के बावजूद शहर साफ-सुथरा नजर नहीं आता। सफाई अभियान के तहत झाडिय़ां काटने, नाले-नालियों की सफाई करने के साथ मच्छरों को मारने के लिए फोगिंग की गई। पहले जून में नगर परिषद ने मानसून के मद्देनजर सफाई अभियान चलाया लेकिन जिला प्रशासन ने इसमें कार्य नहीं होने की बात कहकर अगस्त में फिर अभियान शुरू करवाया।


अभियान को चिढ़ा रही गंदगी
शहर में 24 अगस्त से 11 सितम्बर तक चले अभियान में एक बार फिर वही कार्य किए गए जो जून में किए गए थे। तीन महीनों में दो बार झाडिय़ां काटने के बाद भी शहर के अलग-अलग वार्डों में झाडिय़ां अडिग खड़ी नगर परिषद के अभियान को चिढ़ा रही है। यहां तक अभियान के चलते सफाई कर्मचारियों ने टूल डाउन हड़ताल 11 सितम्बर तक टाल दी थी। एक बार फिर पूरी मशीनरी को सफाई अभियान में झोंका गया है। इसके तहत वही कार्य किए जाने हैं, जो पहले किए गए। मंगलवार को वार्ड 1,2, व 3 में चल रहे सफाई अभियान का आयुक्त बिरड़ा व मुख्य स्वच्छता निरीक्षक नरेन्द्र सिंह चौधरी ने निरीक्षण भी किया।


पार्षद ने आयुक्त पर लगाए आरोप
उधर, पार्षद जितेन्द्र चौधरी व भाजपा नेता रामकुमार चौधरी ने मंगलवार को प्रेस नोट जारी कर आयुक्त अनिता बिरड़ा पर शहर को धोखे में रखकर कार्य करने का आरोप लगाया है। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अभियान में पूर्णतया भेदभाव किया जा रहा है। एक दिन में तीन-तीन वार्डों की सफाई का कार्यक्रम रखकर शहर की जनता को भ्रमित कर रही है। वार्ड नम्बर 4,5 व 6 शहर के कुल भू भाग के चौथाई हिस्से में बसा है। वाहन लेकर दिन भर घूमने पर भी इन वार्डों की गलियों में संभव नहीं है। आयुक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान का मजाक उड़ा रही है।


महीनों से नहीं हुई सफाई
पार्षद चौधरी ने लिखा है कि प्रतिदिन सफाई कर्मचारियों की संख्या में कटौती की जा रही है। इंदास रोड, जाजोलाई, सांसी बस्ती, संजय कॉलोनी,शास्त्री नगर, मानासर, संचार भवन, पुलिस लाइन व जाट कॉलोनी तक 4 से 5 किमी का क्षेत्रफल होता है। इन क्षेत्रों में आयुक्त के कारण महीनों तक सफाई नहीं हो रही है। पार्षद ने मांग की है कि इन वार्डों में सफाई के लिए दो-दो दिन का समय तय किया जाए तभी कुछ हद तक सफाई हो पाएगी। अन्यथा औपचारिकता वाली सफाई व्यवस्था का कोई औचित्य नहीं है। अभियान के तहत नगर परिषद के डम्पर, जेसीबी व ऑटो टिपर आदि संसाधन काम में लिए गए। एसआई रामेश्वरलाल, जमादार हस्तीमल व विजय भी उपस्थित रहे।

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