सोमवार को पूर्व विधायक मिर्धा ने अपने चित-परिचित अंदाज में किलक के कार्यकाल में घोटाले व भ्रष्टाचार करने सहित कई आरोप लगाए। उन्होंने किलक के कार्यकाल में हुए मूंग घोटाले, पोषाहार सहित भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि किलक ने उनके परिवार पर निजी आरोप लगाए हैं, इसलिए मिर्धा परिवार भी पीछे नहीं रहेगा। मिर्धा ने कहा कि लापता ड्राइवर मामले में यदि किसी भी प्रकार से मिर्धा परिवार का कोई भी व्यक्ति लिप्त पाया जाता है, तो वे राजनीतिक सन्यास ले लेंगे और जो सजा होगी, वह भुगतने को तैयार हैं। सरकार चाहे किसी भी एजेंसी से जांच करा ले।
जनसभा में ये रहे मौजूद :
जनसभा में पालिका चेयरमैन मदनलाल अटवाल, पूर्व प्रधान रामपाल महिया, जनप्रतिनिधि परसाराम चोयल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष गिरधारी मुंडेल, पार्षद प्रकाश कुंकणा, मंशीराम खिलेरी, हरसुखराम पूनिया, मुकेश टांडी, सरपंच कैलाश महिया, पन्नाराम काला, भैरूंदा सरपंच संघ अध्यक्ष रामदेव साहू, डेगाना सरपंच संघ अध्यक्ष शिवलाल डिया, पीसीसी सदस्य शिवपाल मातवा, हनुमान गुर्जर, रामलाल कुलरिया, शिवराम गोदारा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भींयाराम पेडिवाल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
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सोशल मीडिया पर बदनाम करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा
जनसभा में डेगाना विधायक विजयपाल मिर्धा ने आक्रोश जताते हुए कहा कि कुछ दिनों से लगातार जिस तरह लापता चालक के मामले को लेकर पूर्व मंत्री जनता को भ्रमित कर रहे हैं, यह ओच्छी राजनीति की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा कि उनके लोग सोशल मीडिया पर मेरे परिवार को बदनाम कर रहे हैं, लेकिन ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। विधायक ने पूर्व मंत्री की ओर से उठाए गए सवालों के जवाब भी दिए। उन्होंने कहा कि चालक को ढूंढ़ने का हमने पूरा प्रयास किया, रिपोर्ट भी दर्ज करवाई। पुलिस को सांगानेर रेलवे स्टेशन से वीडियो मिला कि वहां तक ट्रेन से पहुंचा था। पूरी तरह से सहयोग के लिए हम तैयार हैं। पूर्व मंत्री पर चुनावी मौसम को देखते हुए राजनीतिक रोटियां सेंकने और चुनावी मुद्दा बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
खेलना बच्चों का अधिकार है उसे छीने नहीं
विधायक के चालक ताराचंद सेन के लापता मामले को लेकर हमने सीबीआई जांच की मांग की है। मैंने तो उन पर कोई निजी आरोप नहीं लगाए। मेरे पर वे भ्रष्टाचार या कोई आरोप लगाते हैं, वह सत्ता में है, जांच करवा लेते। हम तो चाहते हैं कि वह विधायक हैं, मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए। वे लिखकर दे सीएम को, हम भी शिष्टमंडल मिलकर लिखकर दे देंगे। जांच में दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा। – अजयसिंह किलक, पूर्व सहकारिता मंत्री