कांस्टेबल की 2 पुत्रियों की शादी को लेकर विधायक दंपती दो तोला सोना व 51 हजार रुपए देने के लिए आगे आए हैं। दरअसल, विधायक इंदिरा देवी बावरी के यहां ढाई वर्ष गार्ड रहे सुखराम विगत फरवरी माह में चुनावी ड्यूटी में जाने के बाद गोटन थाने के लिए रिलिव हो गए।
इस दरम्यान विधायक परिवार के साथ सुखराम के रिश्ते एक तरह से पारिवारिक ही हो गए। विधायक बताती है कि सुखराम ने मुझे अपनी बहन मानकर सुरक्षा दी। सुखराम अपनी दो बेटियों की शादी की तैयारियों में जुटा हुआ था। अब जब वो इस दुनिया में नहीं है तो मेरा बतौर बहन फर्ज बनता है कि मैं सुखराम के बेटियों की शादी के लिए सहयोग करुं।
10-10 ग्राम के स्वर्ण आभूषण व 51 हजार देगी विधायक
विधायक इंदिरा देवी अब मृतक कांस्टेबल बावरी की पुत्रियों की आगामी महीनों में जब शादी होगी तब 10-10 ग्राम के स्वर्ण आभूषण तथा शादी खर्च के लिए 51 हजार रुपए का सहयोग करेगी। विधायक ने बताया कि अगर सुखराम इस दुनिया में होता तो उनके मन में यही रहता कि मैं मेरी पुत्रियों की शादी बड़े धूम-धाम से करुं। साथ ही परिवार को किसी तरह की कमी नहीं खले इसके लिए विधायक दंपती ने आगे आकर सहयोग करने का निर्णय किया है।
विधायक इंदिरा देवी अब मृतक कांस्टेबल बावरी की पुत्रियों की आगामी महीनों में जब शादी होगी तब 10-10 ग्राम के स्वर्ण आभूषण तथा शादी खर्च के लिए 51 हजार रुपए का सहयोग करेगी। विधायक ने बताया कि अगर सुखराम इस दुनिया में होता तो उनके मन में यही रहता कि मैं मेरी पुत्रियों की शादी बड़े धूम-धाम से करुं। साथ ही परिवार को किसी तरह की कमी नहीं खले इसके लिए विधायक दंपती ने आगे आकर सहयोग करने का निर्णय किया है।
आईजी, एसपी ने जब चेक सौंपा, तब ही ठान ली – पुत्रियों के लिए कुछ करना है
दरअसल, मृत्यु के बाद सुखराम के अंतिम संस्कार के दौरान अजमेर रेंज आईजी एस. सेंगथिर और नागौर पुलिस अधीक्षक अभिजीत सिंह ने मौके पर ही 1 लाख 11 हजार रुपए का मृतक की आश्रित पत्नी के नाम चेक दिया।
इस दौरान विधायक ने मृतक के बेटे सुरेंद्र की अनुकम्पा नौकरी की आईजी, एसपी से मांग की थी। जिस पर दोनों पुलिस अधिकारियों ने उचित कार्रवाई कर अनुकम्पा नियुक्ति का आश्वासन दिया। आईजी और एसपी की ओर से चेक दिए जाने के दौरान ही विधायक इंदिरा देवी बावरी और उनके पति रेशल सिंह ने यह ठान ली थी कि गनमैन रहे मृतक सुखराम के पुत्रियों की शादी में सहयोग करना है।