– आमजन की ओर से विरोध में आ रही आपत्तियां नागौर जिले के डेगाना शहर के समुचित विकास के लिए पिछले कई सालों से चल रहे मास्टर प्लान को लागू करने की योजना को लेकर जहां पिछले दिनों ही मास्टर प्लान के प्रस्तावित प्लान को पेश किया गया था। इसके बाद 26 दिसंबर तक आपत्तियों की अंतिम तारीख दी गई है। इसी बीच मास्टर प्लान को लेकर लगातार आ रही आपत्तियों, विरोध के बीच सोमवार को विधायक अजयसिंह किलक, भाजपा पार्षदों, पालिका प्रतिपक्ष नेता सहित ने मास्टर प्लान के प्रस्तावित नक्शे को लेकर पूर्व में किए गए इस सर्वे को लेकर जमकर विरोध जताया। विधायक किलक ने साफ तौर पर कहा कि किसी भी हालत में यह मास्टर प्लान लागू नहीं होने देंगे। मास्टर प्लान में पूर्व में जिन अधिकारियों ने कांग्रेस राज में जो सर्वे किया वह डेगाना के हित में ही नहीं है। उन्होंने सर्वे आंखे बंद कर किया है। सर्वे में कई प्रकार की खामियां छोड़ी गई है। इससे शहर की जनता को भारी नुकसान हो रहा है। उन्होंने इसके लिए जिम्मेदार पूर्व में सर्वे करने वाले नगर नियोजन विभाग के अधिकारियों और नगर पालिका के कर्मचारियों को बताया है। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उनके खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज होनी चाहिए। उन्होंने साफ तौर पर कहा नए तरीके से सर्वे किया जाए। इसको लेकर किलक ने एक बैठक भी आयोजित की। जिसमें पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष राधाकिशन बिंदा, नगर पालिका प्रतिपक्ष नेता रामचंद्र डूडी, पूर्व पार्षद भंवरलाल धोजक सहित बड़ी संख्या में भाजपा पार्षद, पूर्व पार्षद आदि ने आपत्तियां दर्ज कराई।
विधायक का कहना है:- प्रस्तावित मास्टर प्लान जनता के बिल्कुल भी हित में नहीं है। लोगों का जबरदस्त विरोध मेरे पास आ रहा है। इसके लिए पूरी तरह से बिंदुवार जो विरोध है, आपत्तियां है वह तैयार करके जल्द ही इसके लिए मुख्यमंत्री यूडीएच मंत्री से मिलेंगे। इस मुद्दे को विधानसभा में उठाएंगे। किसकी मिलीभगत से नक्शा तैयार किया गया है। जनहित में तुरंत इसको रद्द करते हुए नया सर्वे करवाने की मांग की जाएगी।
– अजयसिंह किलक विधायक (डेगाना)। इनकी जुबानी मास्टर प्लान का जिस दिन प्रस्तावित नक्शा और बैठक रखी गई थी। उसी दिन से ही हमने विभागीय अधिकारी से जानकारी, नक्शा चाहा था। मगर, उन्होंने किसी तरह का नक्शा हमें उपलब्ध नहीं कराया। शुरू से ही इसका हम लोग विरोध कर रहे हैं। खसरा नंबर दर्शाया नहीं गया, तो सरकारी जमीनों को ट्रांसपोर्टेशन में बताया गया है। छोटे किसानों के खेतों से सड़कें बता दी गई है, आबादी क्षेत्र नहीं दर्शाया गया है। पूरी तरह से विरोध है। जल्द ही इसके लिए आपत्तियां दर्ज करवाई जाएगी।
– भंवरलाल धोजक पूर्व पार्षद, नगरपालिका मंडल (डेगाना)। प्रस्तावित मास्टर प्लान जिस तरह पूर्व नियोजित तरीके से पेश किया गया है। पहले का सर्वे है जो कांग्रेस राज का है। इसमें कई तरह की खामियां छोड़ी गई है। इससे जनता के हित में नहीं कहा जा सकता। तुरंत प्रभाव से इसे रद्द करते हुए नया सर्वे करवाने की मांग की जा रही है। किसी भी हालत में से हम लागू नहीं होने देंगे।
रामचंद्र डूडी प्रतिपक्ष नेता, नगर पालिका मंडल (डेगाना)।