मिर्धा ने कहा कि अगर मैं अपनी तरफ से बोलूं तो मैं दोषी हूं। उन्होंने कहा- जिस व्यक्ति को आपने टिकट दिया है और जिम्मेदारी सौंपना चाहते हैं, उसके लिए अगर आप ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करेंगे तो आप अपने घर में भी महिलाओं का सम्मान नहीं करते…बाहर के लोग उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं।
पीछे पड़ना भारी पड़ेगा इन्हें
मिर्धा ने कहा कि दिव्या मदेरणा के पीछे पड़ने से, मेरे पीछे पड़ने से या हऱीश चौधरी या गोविंद सिंह डोटासरा के पीछे पड़ना, इन्हें भारी पड़ेगा। इन्हें हमेशा से समाज के अन्य नेताओं से परेशानी रही है। वे चाहते हैं कि केवल मैं ही रहूं… अब जनता जागरूक हो चुकी है, समझने लगी है।
ठुमके लगाए फिर भी अशोक गहलोत ने नहीं की मदद
पूर्व में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने दिव्या मदेरणा के बयानों पर पलटवार किया। बेनीवाल ने कहा कि आपका पूरा परिवार 2019 में गहलोत और उनके बेटे के सामने ठुमके लगाता रहा। जबकि उन्होंने आपके पिता को जेल भिजवाया था। बेनीवाल ने कहा कि उन्हें ध्यान रखना चाहिए कि हनुमान ने मदद की थी, लेकिन वो कह रही हैं कि मैं सुबह चार बजे वोट मांग रहा हूं। खींवसर मेरा क्षेत्र है, मैं चार बजे वोट मांगू या पांच बजे, वो कौन होती हैं पूछने वाली? बेनीवाल ने खींवसर में अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल के समर्थन में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए यह बात कही।