कमेटी ने मांगे थे ये दस्तावेज जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम के निर्देश पर कमेटी के सदस्यों ने दो दिन नगर परिषद में दस्तावेजों की जांच की थी। कमेटी ने आयुक्त को पत्र भेजकर अगस्त 2015 से अब तक हुई नगर परिषद की साधारण बैठकों की तिथि, कार्यवाही विवरण, सभापति,आयुक्त व सचिव के पदस्थापन का विवरण, एग्रीमेंट रजिस्टर की प्रति, वार्षिक अनुबंध की पत्रावली, सामग्री क्रय व निर्माण कार्यों की निविदा पत्रावलियां, वाऊचर पत्रावलियां, बैंक खातों का विवरण, खांचा भूमि, कृषि भूमि रुपांतरण, नियमन, भूमि विक्रय, आबादी भूमि नियमन कच्ची बस्ती नियमन की जानकारी निर्धारित प्रारुप में मांगी थी लेकिन यह जानकारी कमेटी को उपलब्ध नहीं करवाने से जांच आगे नहीं बढ़ सकी।
जांच होने पर खुलते कई राजकमेटी को भू उपयोग परिवर्तन, स्टेट ग्रांट एक्ट में जारी पट्टे पत्रावली, भवन निर्माण स्वीकृति से संबंधित सूचना मदवार देनी थी। कमेटी ने 22 अगस्त 2015 को शेष पत्रावलियों व प्रकरणों की संख्या, अब तक दायर प्रकरणों व पत्रावलियों की संख्या, निस्तारित प्रकरण, अवशेष प्रकरण, व पत्रावली के अवशेष रहने के कारण तथा विशेष विवरण के अलावा कमेटी को निस्तारित प्रकरणों व लम्बित प्रकरणों की जांच भी करनी थी। कमेटी की जांच में नगर परिषद में अब तक हुए कार्यों में गड़बड़ी का खुलासा होने पर जिम्मेदारों की मुश्किलें बढ़ सकती थी लेकिन जिम्मेदारों द्वारा दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाए जाने से जांच ठण्डे बस्ते में चली गई।
मेरी जानकारी में नहींनगर परिषद के कार्यों की जांच को लेकर तत्कालीन कलक्टर ने कमेटी गठित की होगी। यह मेरी जानकारी में नहीं है। जांच हुई होगी तो रिपोर्ट भेज दी होगी।दिनेश कुमार यादव, जिला कलक्टर, नागौर