स्टेशन के निर्माण कार्य में भारी अनियमितता, जिमेदारों ने मूंदी आंखें
पिछले एक साल से धीमी गति से चल रहा है काम
नागौर. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत जिला मुयालय के रेलवे स्टेशन का ‘कायाकल्प’ कब होगा, यह तो नहीं पता, लेकिन निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग नहीं होने से ठेकेदार ‘कबाड़ा’ जरूर कर रहा है। इसके परिणाम भी सामने आने लगे हैं। पहला उदाहरण, यहां पहले से बने माल गोदाम की पट्टियों की छत हटाए बिना उसके ऊपर आरसीसी की छत बना दी। दोनों छतों के बीच लबे समय तक पानी भरा रहने से माल गोदाम की पट्टियों की छत व दीवार पूरी तरह खराब हो चुकी है। यहां काम करने वाले रेलवे कर्मचारी डर के साये में ड्यूटी कर रहे हैं।
रेलवे स्टेशन पर टॉयलेट तक की सुविधा नहीं, महिला यात्री हो रहीं परेशान, रेलवे नहीं दे रहा ध्यान
नागौर. अस्थाई रेलवे स्टेशन की तरफ बैठने के लिए बैंच नहीं होने के कारण नीचे बैठी महिला यात्री।
पेशाबघर नहीं होने से महिला यात्री परेशान
रेलवे स्टेशन पर पूर्व में बने पेशाबघर को तोड़ दिया। अब पूरे स्टेशन पर पेशाब करने की सुविधा नहीं है। इससे महिला यात्रियों को काफी परेशानी होती है। औपचारिकता के लिए रेलवे ने एक केबीननुमा पेशाबघर रखा है, लेकिन उसके आसपास व अंदर इतनी गंदगी है कि वहां कोई जाना तक पसंद नहीं करता। खुले में पेशाब करने पर जीआरपी वाले चालान काट देते हैं। बाहर से यदि कोई अधिकारी आते हैं तो उन्हें दिखाने के लिए टिकट खिड़की के पास एक पेशाबघर बना रखा है, लेकिन उस पर हमेशा ताला लगा रहता है। पत्रिका टीम मौके पर पहुंची तो एक कर्मचारी चाबी लेकर आया और ताला खोलकर पेशाब करने के बाद वापस ताला लगा दिया। पूछने पर कहा कि यह स्टाफ के लिए है, आम लोगों के लिए बाहर केबीन रखी हुई है।
हर जगह अव्यवस्था, यात्री परेशानरेलवे स्टेशन पर जाने के लिए बनाए गए अस्थाई रास्ते से लेकर अंदर तक हर जगह अव्यवस्था का आलम है। इस बारे में रेलवे के कर्मचारियों को कोई बोले तो वे संतोषजनक जवाब देने की बजाए काटने को दौड़ते हैं।
पार्क हो रहा बदहाल
कुछ समय पूर्व रेलवे स्टेशन पर बने पेशाबघर को तोड़कर रेलवे ने यहां पार्क विकसित किया था। इसमें एक फव्वारा भी लगाया था। रेलवे सूत्रों का कहना है कि उस समय किसी बड़े अधिकारी का निरीक्षण था, इसलिए एक बार पार्क बनाकर दिखा दिया, लेकिन उसके बाद उसकी देखभाल नहीं हुई। अब पार्क बदहाली का शिकार है। पार्क में बड़ी-बड़ी घास उग कर सूख चुकी है और लोगों ने कचरा डालकर इसे कचरा पात्र बना दिया। लोगों ने उसमें गुटखे थूकना शुरू कर दिया है।
नागौर. रेलवे स्टेशन पर जाने के लिए बनाए गए अस्थाई रास्ते पर खुला नाला परेशानी का सबब बना हुआ है।
पहले तो प्रवेश का रास्ता जिस गली से दिया गया है, वो 12 फीट भी चौड़ी नहीं है, इसके चलते चार पहिया वाहन चालकों को बड़ी परेशानी हो रही है। यहां पार्किंग स्थल में प्रवेश करने से पहले नगर परिषद के कर्मचारियों ने सफाई के बाद नाला खुला छोड़ दिया। इस कारण वाहन गड्ढ़े में गिर रहे हैं।
स्टेशन के निर्माण कार्य में भारी अनियमितता, जिमेदारों ने मूंदी आंखें
पिछले एक साल से धीमी गति से चल रहा है काम
नागौर रेलवे स्टेशन का ‘कायाकल्प’ करने की जगह कर दिया ‘कबाड़ा’
नागौर रेलवे स्टेशन का कायाकल्प करने के निर्माण कार्य में यदि कहीं अनियमितता बरती जा रही है तो उसकी जांच करवाएंगे। स्टेशन का निर्माण कार्य गुणवत्ता के साथ हो, इसकी सुनिश्चितता करवाई जाएगी।
पुरुषोत्तम पारवाल, पीआरओ, रेलवे, जोधपुर मंडल