वह मुम्बई में तैनात था। जवान पोषक की पार्थिव देह गांव में पहुंचने पर भारत माता के जयघोष गूंज उठे। पिता रामनिवास पोषक को भारतीय नौ सेना के अधिकारियों ने जवान के कपड़े और तिरंगा सौंपा। गार्ड ऑफ ऑनर दिया। परिवारजनों ने पोषक को मुखाग्नि दी।
14 दिसम्बर को ही गया था ड्यूटी पर
नौ सेना के जवान के पार्थिव देह के घर पर पंहुचने पर परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया। इस दौरान अपने कलेजे के टुकड़े बड़े बेट का मुंह देखने आई मां की रुलाई फूट पड़ी। अपने लाड़ले बेटे को यू छोड़कर जाते हुए देख सहम गई। इसी दौरान पिता रामनिवास पोषक व छोटे भाई देवेन्द्र भी भाई के यू छोडक़र चले जाने पर रो पड़े। इस दौरान परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया सहित अन्य लोगों ने परिवार जनों को ढांढस बंधाया।