बाद में संत चतुरदास महाराज मन्दिर विकास समिति के कर्मचारियों ने पूछताछ की तो बुजुर्ग महिला ने रोते हुए अपनी आप बीती सुनाई। मन्दिर के प्रबंधक बजरंग सिंह राठौड़ ने बताया कि पहाड़ गंज अजमेर निवासी बुजुर्ग महिला मोनिका ने बताया कि उसके बेटी, दामाद और समधी- समधन मंगलवार दोपहर में अजमेर से कार में लाकर उसे मन्दिर में अकेली छोड़कर चले गए। उसने बताया कि उसके कोई बेटा नहीं है दो बेटियां है। उन्होंने उसकी सम्पत्ति अपने नाम करवाने के बाद उसे बुटाटी धाम मन्दिर में छोड़ दिया।
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अपनी दशा पर बहाती रही आंसू
मन्दिर प्रबंधक व कार्मिकों ने बताया कि जब से बुजुर्ग महिला को उसे अकेला छोड़कर जाने का आभास हुआ, वह रोए जा रही है। कहने के बावजूद वह अपनी दशा पर आंसू बहाती रहती है।एकल यात्री के ठहरने पर है रोक
मन्दिर में किसी लकवा पीड़ित और बीमार व्यक्ति के अकेले ठहरने पर रोक है। समिति के अनुसार लकवा पीड़ित की देखभाल के लिए कम से कम एक परिजन का साथ होना आवश्यक है। यह भी पढ़ें