जिले में पिछले 20 दिन के अंतराल में 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि गत वर्ष पूरे सीजन में 276 एमएम बारिश हुई थी। नागौर, खींवसर व जायल तहसीलों को छोड़ दें तो शेष सभी 10 तहसीलों में 300 एमएम से अधिक बारिश हुई है। जिले में 17 अगस्त सुबह 8 बजे तक 457 एमएम बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है। गौरतलब है नागौर की औसत बारिश 369.7 मिलीमीटर है और गत पांच वर्ष की औसत बारिश 446 एमएम है, यानी पिछले पांच वर्षों में अपेक्षाकृत बारिश अधिक हुई।
भारी बारिश का कहर, तालाब-बांध टूटे तो मकान भी ढहे
पीलवा. कस्बे सहित आसपास क्षेत्र में करीब 18 घंटे से हो रही लगातार बारिश ने शनिवार को कहर बरपा दिया। बरूण तालाब टूटा तो भड़सिया बांध का जलस्तर खतरे पर है।
तेज बारिश के चलते आए पानी से बरूण तालाब टूट गया, जिससे किसानों की फसलें तबाह हो गई। भड़सिया बांध में जल भराव से खतरे को भांपते हुऐ परबतसर विकास अधिकारी मौके पर पहुंचे व पीलवा पुलिस प्रशासन बांध की पाल पर मुस्तैद रहा। पानी के तेज बहाव के चलते भड़सिया बरूण का सडक़ संपर्क अवरूद्ध हो गया। बांध के बढ़ते जल-स्तर से भड़सिया वासियों में बाढ़ का खौफ बना हुआ है।
दूसरी तरफ कालेटड़ा एनिकट छोटा बांध टूटने से गांव में जल भराव हो गया। बंवाल एनिकट टूटने से बस्सी बंवाल सडक़ संपर्क टूट गया। आसपास के पीलवा, पीह, बाजवास के तालाब पानी से लबालब हो गए हैं नैतियास की कई ढाणियां पानी भराव के चलते पानी में डूब गई, जिसके चलते ग्रामीणों ने मदद कर लोगों को राहत पहुंचाई।