भीषण गर्मी व हीटवेव को देखते हुए कृषि मंडी व्यापार मंडल के अध्यक्ष मूलचंद भाटी ने बताया कि 25 मई से 27 मई सोमवार तक मंडी में अवकाश घोषित किया है। इस दौरान जिंसों की नीलामी नहीं होगी। मंडी में अवकाश के चलते पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा। हालांकि कुछ दुकानों में पूर्व में खरीदे गए माल को गोदामों व मिलों तक पहुंचाने के लिए मजदूर गर्मी में काम करते नजर आए।
गर्मी से पांच मोरों की मौत गर्मी से आमजन के साथ पशु-पक्षी भी बेहाल हैं। नागौर शहर के निकट पर्यावरण प्रशिक्षण केन्द्र हरिमा में शनिवार को अधिक गर्मी के चलते 5 मोरों की मौत हो गई। पद्मश्री हिम्मतारामभांभू ने बताया कि तीन मोरों की मौत मौके पर ही हो गई, जबकि दो को नागौर वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर भेजा गया, लेकिन वहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। भांभू ने बताया कि मोरों का पोस्टमार्टम करवाया गया है। पोस्टमार्टम करने वाले पशु चिकित्सक ने बताया कि मोरों के लीवर में खून जमा होने से मौत हुई है। पद्मश्री भांभू ने बताया कि पर्यावरण प्रशिक्षण केन्द्र में 300 से अधिक मोर हैं और उनके लिए दाना-पानी व छाया की समुचित व्यवस्था है, इसके बावजूद मोरों का मरना चिंताजनक है।
गांवों में बिजली कटौती कर रही परेशान गर्मी के कहर के बीच डिस्कॉम की ओर से की जा रही बिजली कटौती ‘आग में घी’ डालने का काम कर रही है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में घंटों तक होने वाली बिजली कटौती से लोग बेहाल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि रोजाना चार से पांच घंटे बिजली कटौती आम बात है। वहीं शहरों में भी एक से दो घंटे बिजली कटौती हो रही है।
नौतपा में अपने चरम पर होती है गर्मी इस बार नौतपा/नवतपा/रौहिणी नक्षत्र 25 मई से आरम्भ होकर 3 जून तक रहेगा। नौतपा से आशय सूर्य का नौ दिनों तक अपने सबसे अधिक ताप में होना है। यानि इस दौरान गर्मी अपने चरम पर होती है। चंद्र देव रोहिणी नक्षत्र के स्वामी है, जो शीतलता का कारक है। परंतु इस समय में ये सूर्य के प्रभाव में आ जाते हैं। जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में 15 दिनों के लिए आता है, इन पंद्रह दिनों के पहले नौ दिन सबसे अधिक गर्मी वाले होते हैं। इन्हीं शुरुआती नौ दिनों को नौतपा के नाम से जाना जाता है।
नौतपा की गर्मी अच्छी बारिश का संकेत खगोल विज्ञान के अनुसार इस दौरान धरती पर सूर्य की किरणें सीधे पड़ती है। इस कारण तापमान अधिक बढ़ जाता है। यदि नौतपा के सभी दिन पूरे रहे तो यह अच्छी बारिश का संकेत होता है। इस बार सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में आने का प्रभाव ज्योतिष गणना के मुताबिक शनि की वक्री चाल के चलते नौतपा खूब तपेगा। हालांकि नौतपा के आखिरी दो दिनों के भीतर आंधी तूफान व बारिश होने की संभावना रहेगी।