Q. हार के क्या कारण रहे? आरएलपी को हराने के लिए सारे विरोधी एक हो गए। भाजपा-कांग्रेस ने मिलकर हमारे खिलाफ चुनाव लड़ा। भाजपा ने धन-बल व सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया। जातीय जहर घोला। हम हार के भी जीते हैं। हमारा वोट बैंक बढ़ा है, आरएलपी को पहली बार इतने वोट मिले।
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Q. कांग्रेस को छह हजार से भी कम वोट मिले हैं, क्या कारण मानते हैं? खींवसर में हमेशा त्रिकोणीय या चतुष्कोणीय मुकाबला रहता है, लेकिन इस बार कांग्रेस ने अपने वोट भाजपा को दिलवाए। कांग्रेस खुद ही भाजपा के साथ हो गई। कांग्रेस नेता भाजपा के लिए वोट मांग रहे थे। Q. अपनी हार पर क्या कहेंगे? लोकतंत्र में जनता का जनादेश सर्वोपरि है, चुनाव में हार-जीत दो पहलू हैं। वर्ष 2008 से खींवसर विधानसभा की जनता का आशीर्वाद लगातार मुझे और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को मिलता रहा है।