नागौर

Nagaur patrika…पांच सौ से छह सौ रुपए दो, तभी गाय के शव को उठाऊंगा, नहीं तो जहां मर्जी हो शिकायत कर लो….

-शहर की राजपूत कॉलोनी का मामला-गत शनिवार से मृत गाय के शव को उठाने के बदले ठेकेदार के कारिंदो ने मांगे पैसे, नहीं दिए जाने पर बिना शव उठाए चले गए-फोन पर भी ठेकेदार नहीं उठाता किसी का फोन, ठेकेदार के कारिंदो एवं स्थानीय बाशिंदो से बातचीत का आडियो हुआ वायरल-पार्षद से भी खुलेआम बोला […]

नागौरNov 17, 2024 / 10:11 pm

Sharad Shukla

-शहर की राजपूत कॉलोनी का मामला
-गत शनिवार से मृत गाय के शव को उठाने के बदले ठेकेदार के कारिंदो ने मांगे पैसे, नहीं दिए जाने पर बिना शव उठाए चले गए
-फोन पर भी ठेकेदार नहीं उठाता किसी का फोन, ठेकेदार के कारिंदो एवं स्थानीय बाशिंदो से बातचीत का आडियो हुआ वायरल
-पार्षद से भी खुलेआम बोला कारिंदा, पैसा नहीं मिला तो नहीं उठेगा गाय का शव
-मृत गाय के शव से फैल रही दुर्गन्ध से बीमारी का बढ़ा खतरा, शव नोच कर फैला रहे श्वानों से बिगड़ी स्थिति

नागौर. शहर की राजपूत कॉलोनी में गत शनिवार को मृत लावारिश गाय के शव को उठाए जाने के लिए 500-600 रुपए अनुबंधित एजेंसी के कारिंदे मांग रहे हैं। नहीं दिए जाने पर यह भी कह रहे हैं कि जहां मनमर्जी में आए शिकायतें कर लो, हमारा कुछ होने वाला नहीं है। यह स्थिति तब है,जबकि नगरपरिषद की ओर से मृत पशुओं को उठाए जाने का ठेकेदार को बाकायदा ठेका दे रखा है। पीडि़त के साथ ही क्षेत्रीय पार्षद गोविंद कड़वा से हुई बातचीत की रिकार्डिंग में स्पष्ट तौर पर पैसे मांगे जाने की बात सामने आने के बाद यह रिकार्डिंग वायरल होने से नगरपरिषद की करतूत पर शहर में चर्चाओं का बाजार जहां गर्म है, वहीं लगातार दो दिन तक पड़े शव को श्वानों की ओर से नोचा जा रहा है। इससे स्थिति विकट होने लगी है।
पैसा नहीं दिया तो बिना शव उठाए चले गए
मिली जानकारी के अनुसार गत शनिवार की सुबह शहर के वार्ड नंबर एक में स्थित राजपूत कॉलोनी निवासी जगदीश के मकान के मकान के पीछे सार्वजनिक जगह पर एक गाय ने दम तोड़ दिया। इसके मरने पर जगदीश की ओर से नगरपरिषद को सूचना दी गई।इसके साथ ही अनुबंधित एजेंसी के संचालक के मोबाइल पर भी कॉल की गई, लेकिन इन्होंने पीडि़त का फोन ही नहीं उठाया। इसके पश्चात जगदीश की अनुबंधित एजेंसी के ठेकेदार के कारिंदो से बातचीत हुई तो उन्होंने कहा कि वह गाय के मृत शव को उठा लेंगे। इसके पश्चात ठेकेदार के कारिंदे जगदीश के बताने पर मौके पर पहुंचे जरूर, लेकिन जगदीश से पांच सौ से छह सौ रुपए देने की बात कही गई। जगदीश ने पांच सौ से छह सौ रुपए देने में असमर्थता जताई तो ठेकेदार के कारिंदे भी गाय के शव को बिना उठाए वहां से रवाना हो गए। जगदीश से कहा कि जब तक पैसे नहीं दोगे गाय के शव को नहीं उठाया जाएगा। जहां मर्जी हो शिकायत कर लो। इसके बाद जगदीश ने ठेकेदार के कारिंदो को फोन कर उनसे गाय के शव को उठाए जाने का अनुरोध किया, लेकिन ठेकेदार के कारिंदे नहीं माने।
पार्षद से कहा कहा पैसे लगेंगे
क्षेत्रीय पार्षद गोविंद कड़वा को पीडि़त जगदीश से मामले की जानकारी लगी तो उन्होंने भी ठेकेदार के कारिंदो से बातचीत की तो उसने पांच सौ से छह सौ रुपए दिए जाने पर ही गाय के शव को उठाने की बात कही। हालांकि बाद में ठेकेदार के कारिंदो ने कहा कि वह गाय के शव को उठा लेंगे, लेकिन नहीं उठाया। हालांकि इसके बाद पार्षद कड़वा ने इस संबंध में नगरपरिषद आयुक्त रामरतन चौधरी को प्रकरण से अवगत कराया तो उन्होंने कहा कि वह तत्काल गाय के शव को उठवाते हैं। बताते हैं कि समाचार लिखे जाने तक गाय के शव को नहीं हटाया गया था।
कॉलोनी में फैलती दुर्गन्ध से बढ़ी परेशानी
गाय का शव दो दिन पुराना होने से जहां पूरे वातावरण में दुर्गन्ध बनी हुई है, वहीं आसपास के श्वानों की ओर से मृत गाय के शव को नोचा भी जा रहा है। इसकी वजह से इसके अवशेष क्षेत्र में कई जगह फैलने के कारण हालात अब और ज्यादा बिगडऩे लगे हैं। इसको लेकर स्थानीय बाशिंदों में असंतोष की स्थिति बनी हुई है।
बेपरवाही से बिगड़ रही स्थिति
बताते हैं शहर में मृत पशुओं के शव को उठाए जाने के लिए बाकायदा नगरपरिषद की ओर से ठेका दिया जा चुका है। इसके अनुसार शहर में कहीं से भी मृत पशुओं की सूचना मिलने पर ठेकेदार को शव वहां से उठाना होता है। शव उठाए जाने के लिए ठेकेदार या इसके कर्मी की ओर से पैसे नहीं लिए जा सकते हैं, लेकिन बताते हैं कि इसके नाम पर शहर में बेखौंफ वसूली की जा रही है। इस संबंध में नगरपरिषद में शिकायत भी की जाती है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं होने से स्थिति अब ज्यादा बिगड़ चुकी है।
इनका कहना है…
मृत पशुओं के शव को उठाने के लिए ठेकेदार व इसके कारिंदों की ओर से खुलेआम पैसे मांगे जा रहे हैं। जबकि प्रावधान के अनुसार ठेकेदार व इसके कारिंदे इसके एवज में संबंधित क्षेत्र के निवासियों से पैसे नहीं ले सकते हैं। इसके बाद भी बेखौंफ यह हो रहा है। राजपूत कॉलोनी में दो दिन से मृत गाय के शव को पैसे नहीं मिलने के चलते अब तक उठाया गया। इसकी वजह से पूरे क्षेत्र में संक्रामक बीमारी का न केवल संकट हो गया है, बल्कि दुर्गन्ध के चलते लोग भोजन तक नहीं कर पा रहे। इस संबंध में आयुक्त एवं कलक्टर से मिलकर शिकायत पेश की जाएगी। इसमें कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही डीएलबी भी अधिकािरयों को इसकी जानकारी दी जाएगी।
गोविंद कड़वा, पार्षद, वार्ड एक नंबर एक
लावारिश मृत पशुओं के शव को उठाए जाने के लिए नगरपरिषद की ओर से ठेका दे रखा है। ठेेकेदार का कार्य ही है ऐसे शवों को उठवाना। इसके बाद किसी ने इसके लिए पैसे मांगे हैं तो फिर इसकी जांच कर ली जाएगी। ऐसे शवों को उठाए जाने के संबंध में पहले ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं।
रामरतन चौधरी, आयुक्त नगरपरिषद नागौर

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