इनका कहना है…
मृत पशुओं के शव को उठाने के लिए ठेकेदार व इसके कारिंदों की ओर से खुलेआम पैसे मांगे जा रहे हैं। जबकि प्रावधान के अनुसार ठेकेदार व इसके कारिंदे इसके एवज में संबंधित क्षेत्र के निवासियों से पैसे नहीं ले सकते हैं। इसके बाद भी बेखौंफ यह हो रहा है। राजपूत कॉलोनी में दो दिन से मृत गाय के शव को पैसे नहीं मिलने के चलते अब तक उठाया गया। इसकी वजह से पूरे क्षेत्र में संक्रामक बीमारी का न केवल संकट हो गया है, बल्कि दुर्गन्ध के चलते लोग भोजन तक नहीं कर पा रहे। इस संबंध में आयुक्त एवं कलक्टर से मिलकर शिकायत पेश की जाएगी। इसमें कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही डीएलबी भी अधिकािरयों को इसकी जानकारी दी जाएगी।
गोविंद कड़वा, पार्षद, वार्ड एक नंबर एक
लावारिश मृत पशुओं के शव को उठाए जाने के लिए नगरपरिषद की ओर से ठेका दे रखा है। ठेेकेदार का कार्य ही है ऐसे शवों को उठवाना। इसके बाद किसी ने इसके लिए पैसे मांगे हैं तो फिर इसकी जांच कर ली जाएगी। ऐसे शवों को उठाए जाने के संबंध में पहले ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं।
रामरतन चौधरी, आयुक्त नगरपरिषद नागौर
मृत पशुओं के शव को उठाने के लिए ठेकेदार व इसके कारिंदों की ओर से खुलेआम पैसे मांगे जा रहे हैं। जबकि प्रावधान के अनुसार ठेकेदार व इसके कारिंदे इसके एवज में संबंधित क्षेत्र के निवासियों से पैसे नहीं ले सकते हैं। इसके बाद भी बेखौंफ यह हो रहा है। राजपूत कॉलोनी में दो दिन से मृत गाय के शव को पैसे नहीं मिलने के चलते अब तक उठाया गया। इसकी वजह से पूरे क्षेत्र में संक्रामक बीमारी का न केवल संकट हो गया है, बल्कि दुर्गन्ध के चलते लोग भोजन तक नहीं कर पा रहे। इस संबंध में आयुक्त एवं कलक्टर से मिलकर शिकायत पेश की जाएगी। इसमें कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही डीएलबी भी अधिकािरयों को इसकी जानकारी दी जाएगी।
गोविंद कड़वा, पार्षद, वार्ड एक नंबर एक
लावारिश मृत पशुओं के शव को उठाए जाने के लिए नगरपरिषद की ओर से ठेका दे रखा है। ठेेकेदार का कार्य ही है ऐसे शवों को उठवाना। इसके बाद किसी ने इसके लिए पैसे मांगे हैं तो फिर इसकी जांच कर ली जाएगी। ऐसे शवों को उठाए जाने के संबंध में पहले ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं।
रामरतन चौधरी, आयुक्त नगरपरिषद नागौर