नागौर

जिला परिषद की साधारण सभा में बिजली-पानी के मुद्दों पर रहा फोकस

जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में जनप्रतिनिधियों ने फिर दोहराया, नहीं होती उनकी सुनवाई, जिप सीईओ चौधरी ने दी सामंजस्य से काम की नसीहत…

नागौरMay 17, 2018 / 08:38 pm

Dharmendra gaur

Zila parishad nagaur meeting

नागौर. जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक हमेशा की तरह इस बार भी बिजली व पानी के मुद्दों पर केन्द्रित रही। जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियों पर उनकी उपेक्षा करने का आरोप लगाया वहीं अधिकारियों ने भी नियमों का हवाला देते हुए अपना बचाव कर लिया। जिला प्रमुख सुनीता चौधरी की अध्यक्षता में सवा एक बजे शुरू होकर करीब तीन घंटे चली बैठक में विभागवार मुद्दों पर चर्चा हुई, जिसमें कई ऐसे मौके आए जब जनप्रतिनिधि व अधिकारी काम नहीं होने को लेकर एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते रहे। बैठक में गत बैठक की पालना रिपोर्ट पर चर्चा की गई।
बिजली : तेजी से दौड़ रहे मीटर
मेड़ता विधायक सुखराम नेतडिय़ा, मूण्डवा प्रधान राजेन्द्र फिड़ौदा, सदस्य सुनील डूडी, पे्रमसुख कड़वासरा आदि ने कहा कि आवेदन के बाद भी लोगों को बिजली कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। विभाग की ओर से लगाए गए नए मीटर भी तेजी से दौड़ रहे हैं। दीनदयाल योजना समेत अन्य योजनाओं में कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं अधिकारी केवल आंकड़ों की बातें करते हैं। एसई जस्साराम छाबा ने कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि आवेदकों को समय पर कनेक्शन मिले। मीटर लैब में जांच होकर पहुंचते हैं ऐसे में ज्यादा बिल आने का सवाल ही नहीं है।
पानी : नहीं मिल रहा पानी
नेनूराम समेत अन्य सदस्यों ने पेयजलापूर्ति समय पर नहीं होने से लोग परेशान है। विभाग के जिम्मेदारों की ओर से मूण्डवा के पास अवैध कनेक्शन काटने के बजाय गो शाला का कनेक्शन काटना कहां तक उचित है। इस पर एसई अर्जुनराम चौधरी द्वारा गो शालाओं को अनुदान मिलने की बात कहने पर सदस्यों ने एतराज जताते हुए कहा कि गो शालाओं को अनुदान मिलता ही कितना है। गोशाला सरकार के अनुदान से नहीं बल्कि गांव वालों से चलती है। सीईओ जवाहर चौधरी ने हस्तक्षेप कर कनेक्शन जुड़वाने का आश्वासन दिया तब मामला शांत हुआ।
15 दिन से हो रही जलापूर्ति
सदस्यों ने कहा कि परबतसर में पन्द्रह दिन से एक बार जलापूर्ति की जा रही है, लोगों को पांच सौ रुपए देकर टैंकर से पानी मंगवाना पड़ रहा है। सरोज देवासी ने कहा कि झिंटिया में पिछले कई सालों से पानी की समस्या होने के बावजूद कोई समाधान नहीं हो रहा है। सदस्यों ने कहा कि टैंकरों से पानी आपूर्ति नहीं की जा रही है। निशा चौधरी ने मकराना के स्कूल में पेयजलापूर्ति व अणदाराम ने नहरी विभाग का मुद्दा उठाया। सीईओ ने निर्देश दिए कि पेयजल समस्याओं का तीन दिन में समाधान करें व जहां भी जरुरत हो वहां पर टैंकर से पानी पहुंचाया जाए।
चिकित्सा व रसद : खाली पड़े हैं पद
नागौर प्रधान ओमप्रकाश सैन व मूण्डवा प्रधान फिड़ौदा ने कहा कि जिला मुख्यालय समेत अन्य स्थानों पर चिकित्सकों व कर्मचारियों के पद खाली होने से चिकित्सा सेवाएं नहीं मिल पा रही है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. अशोक यादव द्वारा पद भरने का मामला सरकार के स्तर का होने की बात कहने पर प्रधान सैन ने कहा कि इसका मतलब सरकार की हालत पतली हो गई है। सैन ने कहा कि लाभार्थियों को उज्जवला योजना में कनेक्शन नहीं दिए जा रहे हैं। विभाग केवल कागजों में गैस कनेक्शन दे रहा है। जिला रसद अधिकारी दिनेश चन्द्र भार्गव ने कहा कि अगर कहीं पर कनेक्शन नहीं मिले तो जांच करवा लेंगे।
पशु पालन: खत्म हो रहे पशु मेले
प्रधान फिड़ौदा ने कहा कि पशु मेले धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं। पहले मेले में पांच हजार पशु आते थे लेकिन अब यह आंकड़ा एक हजर तक सिमट गया है। तीन साल तक के बछड़ों को बाहर ले जाने पर रोक लगाई, फिर ऊंटों को लेकर विवाद हुआ और इस बार घोड़े लाने पर भी रोक लगा दी। ऐसे में किसान पशु धन को लेकर कहां जाएगा। पिछले साल प्रशासन ने 50 हजार का ऊंट 50-50 रुपए में दे दिए। सदस्यों ने खींवसर क्षेत्र में पशु पालकों से दवाइयों के पैसे लेने के आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल में फ्री दी जाने वाली दवाइयों की सूची चिपकाई जाए।

पुलिस- हेलमेट जरुर लगाएं
सदस्यों ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले ट्रेक्टर चालकों व वाहन चालकों पर कम राशि का चालान बनाने का आग्रह किया। इस पर जिला पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जनवरी से मार्च तक 90 दिन में ज्ञात सड़क हादसों में 109 लोगों ने जान गंवाई है और यह कोई छोटा आंकड़ा नहीं है। सभी हेलमट व सीट बेल्ट का उपयोग जरुर करें। उन्होंने कहा कि राजमार्ग पर 40 जबकि 60 फीसदी हादसे छोटी व ग्रामीण सड़कों पर होते हैं। ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हादसों को रोकने में सहयोग करें। सुनील आर्य के सवाल पर देशमुख ने कहा कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग पर भी कार्रवाई की गई है।
खनन- धड़ल्ले से हो रहा बजरी खनन
सरोज देवासी ने कहा कि एक साल पहले अवैध बजरी खनन का मुद्दा उठाया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। परबतसर में आज भी धड़ल्ले से अवैध खनन हो रहा है और फिर से हादसा हो सकता है। एसपी देशमुख ने कहा कि अवैध खनन को लेकर पुलिस खनन विभाग का सहयोग कर मामले दर्ज करती है। महेन्द्र सिंह ने जंगली सूअरों के फसल को नुकसान पहुंचाने का मुद्दा उठाया। बैठक में मनरेगा कार्य में श्रमिकों की संख्या बढ़ाने, जल स्वावलम्बन में कार्यों का भुगतान दिलाने, टांकों का भुगतान लाभार्थी के खाते में करवाने समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई।
कृषि : खाद महंगी, अनाज सस्ता
प्रधान फिड़ौदा समेत अन्य सदस्यों ने कहा कि खाद दिनों दिन महंगी होती जा रही है जबकि किसानों को अनाज का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है, इस संंबंध में प्रस्ताव सरकार को भिजवाया जाए। सदस्यों ने बैठक में उपस्थित नहीं होने पर खनिज विभाग के एमई के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। भूजल विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि जिले के मूण्डवा, मेड़ता व कुचामन में पेयजल के अलावा अन्य प्रयोजन के लिए नलकूप नहीं खोदा जा सकता। एडीएम अशोक कुमार जांगिड़ ने गूलर में आगजनी से पीडि़तों को मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।

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